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आंदोलनकारी की सेहत बिगड़ी, पर नहीं पहुंचा प्रशासन

अल्मोड़ा जिले के ईड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीण 11वें दिन भी पानी के लिए अनशन पर डटे रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 11:59 PM (IST)
आंदोलनकारी की सेहत बिगड़ी, पर नहीं पहुंचा प्रशासन
आंदोलनकारी की सेहत बिगड़ी, पर नहीं पहुंचा प्रशासन

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पेयजल संकट से जूझ रहे ईड़ा गांव के बाशिंदों के मामले में प्रशासन अब निष्ठुर हो गया है। 11 दिन से आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीणों की सुध न लिए जाने से जनाक्रोश कभी भी विस्फोटक रूप ले सकता है। इधर नौ दिन से भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकारी की सेहत बिगड़ने पर प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग ने कोई सुध नहीं ली। गुस्साए ग्रामीण उसे निजी चिकिस्तक के पास ले गए। समस्या के निदान के बजाय उपेक्षा से आहत मातृशक्ति ने अब सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। वहीं रानीखेत तहसील के इजरवा तोक में भी पेयजल संकट पर महिलाएं लामबंद हो उठी हैं।

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जिले की सबसे बड़ी ग्रामपंचायत ईड़ा में बीते दो माह से पानी के लिए त्राहि त्राहि मची है। विभाग व प्रशासन ने समस्या का निदान न किया तो छह अक्टूबर से ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठे। आठ को प्रशासन ने दो बुजुर्ग आंदोलनकारियों को जबरन उठा लिया। इस बीच 102 वर्षीय गोपुली देवी व 90 वर्ष की भागुली देवी भी अनशन पर बैठीं।

इधर शुक्रवार को उमेश सिंह के स्वास्थ्य में गिरावट आने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। मगर कोई नहीं पहुंचा। इस पर संघर्ष समिति के लोग उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। आंदोलनकारी हेमंत बिष्ट ने साफ कहा कि जब तक पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती अनशन खत्म नहीं किया जाएगा। जयंती देवी, माधवी देवी, गीता गौड़, तारा देवी, धर्मा देवी आदि बुजुर्ग महिलाएं भी अनशन पर बैठीं। आम आदमी पार्टी के जगदीश जोशी व शेखर चंद्र भी समर्थन देने पहुंचे।

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महापंचायत में मातृशक्ति का एलान, पानी नहीं तो वोट नहीं

= ताड़ीखेत ब्लॉक के इजरुवा तोक में 27 परिवार पेयजल संकट से बेजार

संस, रानीखेत : द्वाराहाट में ईड़ा के बाद अब पेयजल के मुद्दे पर इजरुवा तोक (ताड़ीखेत ब्लॉक) की मातृशक्ति लामबंद हो उठी है। पस्तौड़ावार गाव में सड़क के लिए विधानसभा व पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर चुकी महिलाओं ने पेयजल योजना न बनने पर आगामी विधानसभा चुनाव के बायकाट की चेतावनी दी है।

मनारी गांव के इजरुवा तोक में करीब 27 अनुसुचित जाति के परिवार हैं। मगर अब तक पेयजल योजना न बन सकी। कई बार मांग उठाई। आंदोलन भी किए। मगर कुछ नहीं मिला। शुक्रवार को गांव में महापंचायत बुलाई गई। आक्रोशित मातृशक्ति ने अब 2022 में होने वाले विस चुनाव के बहिष्कार एलान कर दिया है। महिलाओं ने कहा कि पास ही कालाखेत पंपिंग पेयजल योजना की लाइन है। मगर उन्हें पानी को तरसना पड़ रहा। इस मौके पर नीमा देवी, मुन्नी देवी, पुष्पा देवी, कमला देवी, हंसी देवी, चंपा देवी, सीमा देवी आदि मौजूद रहीं।


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