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दिव्य गुफा में एक्शन हीरो रजनीकांत ने की अध्यात्म की अनुभूति

संवाद सहयोगी द्वाराहाट काला फिल्म की बड़ी सफलता के बाद महावतार बाबा के अनुयायी एवं दक्षिण्

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:29 AM (IST)
दिव्य गुफा में एक्शन हीरो रजनीकांत ने की अध्यात्म की अनुभूति
दिव्य गुफा में एक्शन हीरो रजनीकांत ने की अध्यात्म की अनुभूति

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : 'काला' फिल्म की बड़ी सफलता के बाद महावतार बाबा के अनुयायी एवं दक्षिण फिल्मों के महानायक रजनीकांत अपनी अगली फिल्म 'दरबार' की कामयाबी के लिए एक बार फिर अपने गुरु की अलौकिक गुफा में ध्यानमग्न हुए। 'ऑटो बायोग्राफी ऑफ ए योगी' (योगीकथामृत) पुस्तक को पढ़ने के बाद दक्षिण के 'थलाइवा' (बॉस) रील लाइफ से इतर वास्तविक जिंदगी में अध्यात्म से लबरेज हो चले हैं। यहां की आबोहवा में एक्शन हीरो रजनीकांत एकदम शांत मुद्रा में आने के बाद मीडिया व प्रशंसकों के सामने मंद मुस्कान और हाथ हिला अभिवादन कर नैनीताल के लिए रवाना हो गए।

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रूपहले पर्दे के दमदार हीरो रजनीकात बीती बुधवार देर शाम योगदाआश्रम पहुंचे थे। गुरुवार की सुबह जल्द उठ कर उन्होंने अलौकिक द्रोणगिरि पर्वत श्रृखला की हसीनवादियों की शुद्ध प्राणवायु ली। सौंदर्य को निहारा। फिर दिव्य पाडवखोली स्थित महावतार बाबा की गुफा तक पदयात्रा की, जहां उन्होंने ध्यान लगाया। पिछले वर्ष मार्च के बाद रजनीकात का यह दूसरा दौरा रहा।

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वर्ष 2002 में पहली बार यहा पहुंचे इस मेगास्टार में महावतार बाबा के प्रति श्रद्धा जागी। तब से वह कई बार गोपनीय तरीके से भ्रमण कर गुफा में ध्यान लगा चुके हैं। बुधवार देर शाम योगदा आश्रम केपास ही गुरुशरणम् आश्रम में विश्राम किया। प्रात: करीब साढ़े सात बजे पुत्री ऐश्वर्या, पारिवारिक मित्र बीएस हरी आदि के साथ पुन: योगदा आश्रम पहुंचे। गुरु का प्रसाद ग्रहण कर पुस्तकालय में बैठ किताबें पढ़ी। जायजा लिया।

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..और चारों तरफ गूंजा 'थलाइवा थलाइवा'

रजनीकांत दक्षिण ही नहीं पहाड़ में भी 'थलाइवा' नाम से मशहूर हो चले हैं। गुरुवार को बच्चे, युवा व महिलाओं ने फूलमालाओं से किया स्वागत किया। पांडवखोली रवाना होते वक्त सिनेस्टार रजनीकांत को जब खेतों में काम कर रही महिलाओं ने पहचाना तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। फूलमालाओं से उनका स्वागत किया।

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तीन घंटे लगाया ध्यान, फिर ली चाय की चुस्की

गुफा पहुंचकर सिने स्टार ने करीब तीन घंटा ध्यान लगाया। लौटते समय कुकुछीना स्थित जोशी भवन में परिजनों व मित्रों के साथ स्थानीय चाय की चुस्की ली। करीब एक बजे योगदा आश्रम पहुंचे। उसके बाद गुरुशरणम् आश्रम में दिन का भोजन लेकर अपराह्न करीब तीन बजे द्वाराहाट से रवाना हो गए। आज रात्रि नैनीताल प्रवास के समाचार है।


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