80 लाख के घोटाले में नहीं हो सकी गिरफ्तारी
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: जिला सहकारी बैंक अल्मोड़ा की लमगड़ा शाखा में हुए घोटाले की पुलि
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: जिला सहकारी बैंक अल्मोड़ा की लमगड़ा शाखा में हुए घोटाले की पुलिसिया जांच एक माह बाद भी पूरी नहीं हो सकी है और न नही पुलिस अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार कर सकी है। इधर अपने बचाव के लिए आरोपी सक्रिय हैं। एक आरोपी पूर्व प्रबंधक की गिरफ्तारी पर कोर्ट से स्टे मिल चुका है।
गत वर्ष मार्च माह में ग्राहकों की शिकायतें मिली कि उनकी जमा पूंजी खाते में नहीं है। इसके बाद विभागीय जांच चली, तो प्राथमिक जांच में पाया गया कि पिछले 4-5 सालों में दर्जनों ग्राहकों के खातों से करीब 28 लाख रुपये की हेराफेरी हुई है। हुआ यूं कि धनराशि जमा कराने आए ग्राहकों को रसीद थमा दी जाती थी, लेकिन धन उनके खातों में जमा नहीं किया गया। वहीं मोतियापाथर व चायखान प्रारंम्भिक कृषि सहकारी समिति में जमा की गई लगभग 44 लाख रुपये की धनराशि को हड़पने का मामला प्रकाश में आया। ये धनराशि दोनों समितियों ने बैंक में समय पर जमा की, लेकिन आरोपी कैशियर ने यह धनराशि खातों में जमा नहीं की। कुल मिलाकर 72 लाख रुपये का घोटाला सामने आया। विभागीय जांच में कुछ दिनों पूर्व 8 लाख रुपये का नया घोटाला पकड़ा गया। जिससे घोटाले की राशि 80 लाख रुपये तक पहुंच गई है।
जांच उपरांत 11 दिसंबर 2019 को लमगड़ा थाने में सहकारी बैंक की लमगड़ा शाखा के कैशियर जीवन चंद्र बिष्ट तथा पूर्व में शाखा प्रबंधक रह चुके संजय लोबियाल और ममता शैलेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एक माह का वक्त गुजर गया। ¨कतु अभी तक न तो पुलिस की जांच पूरी हो सकी और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। जबकि आरोपी अपने बचाव के लिए सक्रिय हैं। आरोपी लमगड़ा शाखा की पूर्व प्रबंधक ममता शैलेंद्र चंद्र की गिरफ्तारी पर रोक के लिए कोर्ट से स्टे मिल चुका है। मामले में विभागीय कार्यवाही में कैशियर जीवन चंद्र को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। मामले की विभागीय जांच बैंक के डीजीएम-रिकवरी राम विलास ¨सह तथा डीजीएम-प्रशासन प्रवीण कुमार कर रहे हैं।
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::: इनसेट :::
मामले को गंभीरता से लिया गया है। बैंक शाखा में प्रबंधक रह चुके आरोपी ममता शैलेंद्र चंद्र तथा संजय लोबियाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई गतिमान है, जबकि ममता शैलेंद्र चंद्र ने गिरफ्तारी के खिलाफ कोर्ट के स्थगनादेश की प्रति उपलब्ध कराई है।
-विवेकानंद पांडे, महाप्रबंधक, जिला सहकारी बैंक अल्मोड़ा