अल्मोड़ा की छोटी सरकार में 50 फीसद महिलाएं होंगी मुखिया
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा असमंजस के दौर से गुजर रहे प्रशासन ने आखिरकार जिले के 11 ब्लॉकों
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : असमंजस के दौर से गुजर रहे प्रशासन ने आखिरकार जिले के 11 ब्लॉकों में ग्राम प्रधानों के आरक्षण की स्थिति भी साफ कर दी है। यहां 1160 ग्रामपंचायतों में से 50 फीसद पर महिलाएं प्रधान चुनी जाएंगी।
द्वाराहाट ब्लॉक में 17 सीटें अनुसूचित जाति महिला, 16 सीटें अनुसूचित जाति, ओबीसी महिला व ओबीसी दो-दो, 42 सीटें महिला तथा 43 सीटें अनारक्षित, भिकियासैंणमें एससी महिला व एससी 10-10, ओबीसी चार, 36 महिला, 35 सीटें अनारक्षित रखी गई हैं। ताड़ीखेत में एससी महिला व एससी 17-17, ओबीसी महिला व ओबीसी एक-एक, 47 महिला, 47 ही अनारक्षित, हवालबाग में एक सीट एसटी महिला, 18 सीटें एससी महिला, 17 सीटें एससी, ओबीसी महिला व ओबीसी एक-एक, 43 महिला तथा 45 सीटें अनारक्षित हैं। उधर ताकुला में एससी महिला व एससी को 15-15, दो ओबीसी महिला, एक ओबीसी, महिला व अनारक्षित 28-28, भैंसियाछाना में एससी महिला व एससी आठ-आठ, एक ओबीसी महिला, महिला व अनारिक्षत 18-18, धौलादेवी में एससी महिला व एससी के लिए 16-16 सीटें, ओबीसी महिला व ओबीसी दो-दो, 37 महिला, 36 अनारक्षित, लमगड़ा 14 सीटें एससी महिला, 13 एससी, ओबीसी महिला व ओबीसी एक-एक, महिला व अनारिक्षत 37-37, सल्ट में एससी महिला व एससी 14-14, दो ओबीसी महिला, एक ओबीसी, 53 महिला व 54 सीटें अनारक्षित की हैं। वहीं स्याल्दे में एससी महिला व एससी सात-सात, सात ओबीसी महिला, दो ओबीसी, 39 महिला व 38 अनारक्षित, चौखुटिया में 10 एससी महिला, नौ एससी, ओबीसी महिला व ओबीसी तीन-तीन, 34 सीटें महिला तथा 35 सीटें अनारक्षित रखी गइ हैं।
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कई दिग्गजों के टूटे सपने
पंचायत चुनावों में आरक्षण की स्थिति साफ होने के बाद कई दिग्गजों के सपने भी टूटे। पूर्व में पंचायत राज एक्ट के तहत कई उम्मीदवार पहले ही दौड़ से बाहर हो चुके थे। अब जो छोटी सरकार में किस्मत आजमाना चाह रहे थे, आरक्षण ने पारी फेर दिया।
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आरक्षण में घालमेल भी उजागर
पंचायतों चुनावों के लिए विभिन्न पदों पर आरक्षण तय करने में गड़बड़ी भी हुई है। धौलादेवी ब्लॉक के नायल गांव में अनुसूचित जाति का एक भी व्यक्ति नहीं रहता। मगर इस ग्राम पंचायत का मुखिया पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रखा गया है। पूर्व प्रधान चिरंजन शर्मा ने आपत्ति दर्ज कराई है। इसी तरह ग्राम पंचायत खेर्दा का प्रधान पद ओबीसी था, अबकी उसे एससी के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इसी तरह कई और पंचायत क्षेत्र भी हैं, जहां दोबारा आरक्षण दोहराया गया है।
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जनपद भर से 218 आपत्तियां, आज स्क्रूटनी
जिले भर के विभिन्न ब्लॉक क्षेत्रों से आरक्षण व्यवस्था पर कुल 218 आपत्तियां दर्ज हुई हैं। स्यालदे से 38 व ताड़ीखेत ब्लॉक से 12 आपत्तियां पहुंची। पंचायतराज अधिकारी बीएस दुग्ताल ने कहा, गुरुवार को स्क्रूटनी व शुक्रवार यानी 30 अगस्त को आपत्तियां निस्तारित की जाएंगी।