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रोडवेज में ई-टिकटिग मशीनें खस्ताहाल, दे रहीं धोखा

उत्तराखंड परिवहन निगम के अल्मोड़ा डिपो में संसाधनों की कमी दूर होने का नाम नहीं ले रही। कभी चालकों की कमी तो कभी वाहनों के स्पेयर पा‌र्ट्स की कमी। इधर अब डिपो में खस्ताहाल ई-टिकटिग मशीनों के कारण परिचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 05:15 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 05:15 PM (IST)
रोडवेज में ई-टिकटिग मशीनें खस्ताहाल, दे रहीं धोखा
रोडवेज में ई-टिकटिग मशीनें खस्ताहाल, दे रहीं धोखा

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड परिवहन निगम के अल्मोड़ा डिपो में संसाधनों की कमी दूर होने का नाम नहीं ले रही। कभी चालकों की कमी तो कभी वाहनों के स्पेयर पा‌र्ट्स की कमी। इधर अब डिपो में खस्ताहाल ई-टिकटिग मशीनों के कारण परिचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डिपो के पास वर्तमान में 30 टिकटिग मशीनें हैं, जिसमें से 10 मशीन खस्ताहाल हो चुकी हैं।

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वर्तमान में निगम के अल्मोड़ा डिपो में मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों के विभिन्न मार्गों में बस सेवा के संचालन के लिए 43 बसों का बेड़ा है। कुल 20 सेवाओं का संचालन डिपो से प्रतिदिन होता है। इनमें यात्रियों के लिए ई-टिकटिग से टिकट बनाने के लिए कुल 30 इबीटीएम (इलेक्ट्रानिक बस टिकटिग मशीन ) डिपो के पास हैं। जिसमें से एक मशीन देहरादून रिपेयरिग के लिए देहरादून भेजी गई है। दो मशीन खराब पड़ी हैं। 10 मशीन ऐसी हैं, जो खस्ताहाल हो चुकी हैं। जो मार्ग में यात्रियों के टिकट बनाते समय कभी भी परिचालकों को दगा दे जाती है। ऐसी स्थिति में परिचालकों को फिर पुरानी पद्धति से ही टिकट बनाने को विवश होना पड़ता है। ऐसी व्यवस्था से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोडवेज के विभिन्न कर्मचारी संगठन परिचालकों की समस्या को देखते हुए कम से कम 10 और इबीटीएम उपलब्ध कराने की मांग उठा रहे हैं, इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।

निगम यात्रियों के बेहतर हितों के लिए लगातार प्रयासरत है। डिपो की कुछ इबीटीएम मशीन सुधारीकरण के लिए देहरादून भेजी गई हैं। जल्द ही कुछ नई मशीन के लिए डिमांड निगम मुख्यालय को भेजी जाएगी।

- विजय तिवारी, सहायक महाप्रबंधक


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