कनारीछीना पशु सेवा केंद्र में 10 सालों से पशुधन प्रसार अधिकारी ही नहीं
धौलछीना में विकास खंड भैसियाछाना के कनारीछीना पशु सेवा केंद्र में पिछले 10 सालों से पशुधन प्रसार अधिकारी का पद रिक्त है।
संसू, धौलछीना : विकास खंड भैसियाछाना के कनारीछीना पशु सेवा केंद्र में पिछले 10 सालों से पशुधन प्रसार अधिकारी का पद रिक्त होने से पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पशुपालकों को राज्य व केंद्र सरकार की ओर से संचालित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी समय से नहीं मिल पा रही है। पशुपालकों समेत रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति ने जल्द रिक्त पद पर पशुधन प्रसार अधिकारी की नियुक्ति किए जाने की मांग उठाई है।
वर्ष 1987 में स्थापित यह पशु सेवा केंद्र बिना पशुधन प्रसार अधिकारी के चल रहा है। बस जैसे तैसे व्यवस्था से काम चलाया जा रहा है। किराए के कमरे में चल रहा यह केंद्र खस्ताहाल हो चुका है। रीठागाड़ पट्टी के दर्जनों गांव लिगुड़ता, मंगलता,रौयत,खुडियारी,हटौला, कनारीछीना, पतलचौरा, नौगांव, कुनखेत,बूंगा, बिलवालगाव इसी सेवा केंद्र में पशुपालन से संबंधित जानकारी लेने यहां आते हैं, लेकिन पशुधन प्रसार अधिकारी का पद खाली होने से उन्हें निराश लौटना पड़ता है। इस क्षेत्र की जनसंख्या आठ हजार से भी अधिक है। यहां लोगों की आजीविका पशुपालन पर ही निर्भर है। रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रताप सिह, सचिव गोपाल राम तथा सदस्यों मनोज सिंह जडौत,दयाल जोशी,बालम सिंह बाणी,दीवान सिंह बाणी,दीवान सिंह नेगी, नंदन राणा ने कहा है कि यदि जल्द ही पशु सेवा केंद्र में जल्द पशुधन प्रसार अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई तो समिति आंदोलन करने को बाध्य होगी। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। -----
शासन व विभाग पशुपालकों के बेहतर हितों के लिए लगातार प्रयासरत है। उनके हित में अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जिले में पशुधन प्रसार अधिकारियों के रिक्त पदों की सूचना शासन को भेजी गई है। जल्द ही समस्या के समाधान की आशा है।
-रविद्र चंद्रा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी