जल निगम कार्यालय पर ग्रामीणों का प्रदर्शन
बजट स्वीकृत होने के बावजूद पेयजल योजना का पुनर्निर्माण कार्य शुरू न होने पर ग्रामीणों का पारा चढ़ गया।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : बजट स्वीकृत होने के बावजूद योजना का पुनर्निर्माण कार्य शुरू न होने पर ग्रामीणों का पारा चढ़ गया। ब्लाक प्रमुख हीरा रावत के नेतृत्व में ग्रामीण रामनगर स्थित जल निगम के कार्यालय जा धमके। नारेबाजी कर गुबार निकाला। दो टूक चेताया कि जल्द कार्रवाई ना हुई तो आदोलन तेज किया जाएगा। बाद में विभागीय अधिकारियों ने तीन दिन के अंदर कार्य शुरू करने तथा मुसोली व बिल्लेख गाव में टैंक निर्माण करने का आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शात हुए।
ताड़ीखेत ब्लाक के तमाम गावों को पेयजल आपूर्ति के लिए बनी रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना के पुनर्निर्माण को लिए 2.86 करोड़ रुपये कि स्वीकृति होने के बावजूद कार्य शुरू न होने पर आखिरकार ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। शुक्रवार को ब्लाक प्रमुख हीरा सिंह रावत के नेतृत्व में धूराफाट संघर्ष समिति के पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण रामनगर (नैनीताल) स्थित जल निगम के कार्यालय जा धमके। धरना दिया। नारेबाजी कर गुस्से का इजहार किया। विभाग पर गावों की उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कार्य शुरू नहीं किया जा रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ब्लाक प्रमुख हीरा रावत ने कहा कि गाव के लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। योजना के पुनर्गठन के लिए बजट स्वीकृत होने के बावजूद विभाग उपेक्षा पर आमादा है। धूराफाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन पाडे ने भी जल्द कार्य शुरु न होने पर आदोलन किए जाने की चेतावनी दी। वक्ताओं ने चापड़ तथा ईजरवा गाव को भी योजना से जोड़े जाने की माग उठाई।
अधिशासी अभियंता सुखबीर सिंह, सहायक अभियंता जेसी जोशी, अपर सहायक अभियंता देवेंद्र आर्या ने ग्रामीणों से वार्ता की। तीन दिन के भीतर कार्य शुरू करने वाले तथा मुसोली व बिल्लेख में टैंक निर्माण का आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शात हुए। इस दौरान पूर्व ज्येष्ठ उपप्रमुख प्रेम सिंह, ग्राम प्रधान चापड़ गिरीश चंद्र, प्रधान बयेड़ी लीला देवी, प्रधान मुसोली सुमन फत्र्याल, पुष्कर राम आदि मौजूद रहे।