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पुरानी पेंशन बहाल करने की उठाई मांग

पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की जिला ईकाई की बैठक में अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 11:11 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 11:11 PM (IST)
पुरानी पेंशन बहाल करने की उठाई मांग
पुरानी पेंशन बहाल करने की उठाई मांग

संस, अल्मोड़ा : पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की जिला ईकाई की बैठक में अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों, शिक्षकों व पैरा मिलिट्री फोर्स में कार्यरत सैनिकों के लिए पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई गई।

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वक्ताओं ने कहा कि राज्य में अस्सी हजार राज्य कर्मचारियों को 30 से 35 वर्ष की सेवा करने के बाद भी पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है जबकि एक दिन के लिए विधायक या सांसद बनने पर पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। कर्मचारियों की मेहनत की कमाई को शेयर मार्केट में लगा कर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। बैठक में सभी पेंशन विहीन शिक्षक व कर्मचारियों से अपने मोबाइल में कुटुंब ऐप डाउनलोड कर और फेसबुक कम्युनिटी नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम से जुड़ने का आहवान किया गया। वहीं मार्च में जिला स्तरीय अधिवेशन कराना तय किया गया।

बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गणेश भंडारी, संचालन जिलामंत्री भूपाल चिलवाल ने किया। बैठक में संरक्षक डा. मनोज जोशी, प्रांतीय कोर कमेटी सदस्य धीरेंद्र पाठक, लक्ष्मण कोरंगा, सीएस नैनवाल, पुष्कर भैसोड़ा, राम सिह गैड़ा, बलवीर भाकुनी, विद्या कर्नाटक, गोविद रावत, बीसी पांडे, एससी जोशी, जानकी बिष्ट, च्योति आर्या, गणेश कुमार राज, भुवन सांगा, हयात जमयाल, नरेंद्र नेगी, दीप पांडे, दीवान रावत, सुरेश जोशी, प्रहलाद सिंह, जितेंद्र बोरा, लोकेश कुमार, तारा तिवारी, त्रिलोक लटवाल, संजय डेनियल, विवेक जोजफ, बसंत पांडे, रमेश चंद्र तिवारी आदि मौजूद रहे।

उधर बागेश्वर में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने लंबित मांगों का निराकरण नहीं होने पर नाराजगी प्रकट की। पदाधिकारियों ने पुरानी पेंशन योजना को लाभ नये अभियंताओं को भी दिए जाने की मांग की है।

शुक्रवार को लोनिवि निरीक्षण भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता इं. एनके जोशी और संचालन इं. जीएस महरा ने किया। इस दौरान मंडल अध्यक्ष इं. पंकज मेहरा व मंडल सचिव बीसी जोशी का स्वागत किया गया। इंजीनियरों ने एससीपी की व्यवस्था को पूर्व की भांति लागू करने की मांग की। पहली अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त अभियंताओं को पुरानी पेंशन देने की पैरवी की। कहा कि एक तरफ सरकार विभिन्न संवैधानिक पदों पर जनप्रतिनिधियों को दो से लेकर तीन-तीन पेंशन का लाभ दे रही है, वहीं दूसरी तरफ काíमकों के बुढ़ापे में जीने का अधिकार छीन रही है। उन्होंने सभी अभियांत्रिक विभागों में समान सेवा नियमावली को पारदर्शिता के साथ लागू करने की मांग की। एसीपी के लाभ के लिए स्वंय मूल्यांकन में अतिउत्तम ग्रेडिग की व्यवस्था को समाप्त करने की मांग की।

पदोन्नति के लिए पूर्व की भांति शिथिलीकरण का लाभ, लोनिवि में अभियंता वर्ग के ढांचे का पुनर्गठन, अभियंताओं को पदोन्नति का अवसर, चिकित्सा उपचार के लिए गोल्डन कार्ड की विसंगतियां दूर करने, पेयजल निगम में काíमकों को समय से वेतन, लोनिवि के सभी खंडों में अमीनो की नियुक्ति की मांग की। बैठक में इं. केशव सिंह, सीएस पंत, ईश्वर जोशी, मीनाक्षी पंत, पायल जोशी, ममता बिष्ट, चंचल कोरंगा, संजय कार्की आदि मौजूद थे।


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