जिले में कोरोना का पहला पॉजिटिव मिला, तीन मोहल्ले सील
अल्मोड़ा के रानीखेत में आखिर वही हुआ जिसका डर था। जमातियों की एक गलती ने पहाड़ तक कोरोना के वायरस केा पहाड़ तक पहुंचा दिया है।
जागरण टीम, अल्मोड़ा/ रानीखेत : आखिर वही हुआ जिसका डर था। जमातियों की एक गलती ने अब तक सुरक्षित माने जा रहे पहाड़ की साफ आबोहवा में कोरोना वायरस का संक्रमण घोल दिया। दिल्ली में मरकज से लौटे बिहार मूल का जमाती कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद पर्यटन नगरी रानीखेत को सकते में ला दिया है। अल्मोड़ा जिले में सामने आए इस पहले मामले से हलकान पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में कुरैशियान समेत तीन मोहल्ले सील कर दिए हैं।
वहां फोर्स तैनात कर दी गई है ताकि कोई आ जा न सके। इधर संक्रमित जमाती को क्वॉरंटाइन सेंटर से जिला मुख्यालय स्थित बेसि चिकित्सालय के आइसालेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। साथ ही उसके संपर्क में आए 16 लोग डॉक्टरों की निगरानी में क्वॉरंटाइन सेंटर में रख लिए गए हैं। सभी के नाक व गले के स्वैब जांच के लिए हल्द्वानी स्थित लैब में भेजे गए हैं।
पर्यटन नगरी रानीखेत से चार लोग तब्लीगी जमात के मरकज में हिस्सा लेने के लिए निकले। इनमें धर्म विशेष के तीन बिहार मूल जबकि एक स्थानीय शामिल था। सूत्रों के मुताबिक मरकज के लिए बागेश्वर, धारचुला, चंपावत से पीलीभीत फिर मुरादाबाद पहुंचे। बीती 14 मार्च को मुरादाबाद की जमात में शामिल होकर ये लोग दिल्ली भी गए। वहा मरकज में हिस्सा लेकर चारों 16 मार्च को वापस पर्यटन नगरी रानीखेत लौट आए थे।
जमातियों के संक्त्रमित होने का पहला मामला तेलंगाना से सामने आया तो अल्मोड़ा जनपद में 11 जमाती क्वारंटाइन कर लिए गए। रानीखेत के चारों जमाती चिलियानौला स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए। बीते रोज तीन की रिपोर्ट निगेटिव आई जबकि देर रात बिहार मूल के जमाती के कोरोना संक्त्रमित होने का खुलासा हुआ।
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मध्यरात्रि बाद हरकत में आई पुलिस
रानीखेत : कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि काफी पहले हो चुकी थी। सूत्रों के अनुसार मध्यरात्रि बाद हरकत में आई पुलिस ने संक्रमित जमातिये के संपर्क में आए 16 लोगों को तत्काल नगर स्थित क्वारंटाइन सेंटर की निगरानी में पहुंचा दिया।
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15 दिन तक घूमता रहा जमाती
मरकज से लौटा बिहार मूल का जमाती कुरैशी मोहल्ले में अपने बच्चों के साथ अरसे से रह रहा है। 16 मार्च को दिल्ली से लौटने के बाद से 31 मार्च को क्वारंटाइन होने तक वह रानीखेत नगर व आसपास कितनों के संपर्क में आया, कहा कहा तक गया, इन सब अनुत्तरित सवालों ने स्थानीय बाशिंदों की चिंता बढ़ा दी है। सूत्र बताते हैं कि संक्रमित जमाती मजदूरी भी करता था।
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सतर्कता : रानीखेत में 5000 की आबादी होम क्वॉरंटाइन
- तीनों मोहल्लों में पुलिस फोर्स तैनात
रानीखेत : दिल्ली से लौटे जमाती में कोरोना की पुष्टि के बाद पर्यटन नगरी के तीन मोहल्ले सील कर पांच हजार लोगों को होम क्वॉरंटाइन कर दिया गया है। इसमें सुदामापुरी, कुरैशियान मोहल्ला तथा लोअर खड़ी बाजार शामिल है। फिलहाल, एसडीएम अभयप्रताप सिंह ने एहतियातन इन सभी को सप्ताहभर तक घर पर ही रहने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।
अब तक सुरक्षित माने जा रहे पर्वतीय क्षेत्रों खासतौर पर अल्मोड़ा जनपद में कोरोना पॉजिटिव जमाती की मौजूदगी ने पर्यटन नगरी वालों के होश उड़ा दिए हैं। एसडीएम ने तुरत फुरत कुरैशियान समेत तीन मोहल्लों की करीब पाच हजार की आबादी को होम क्वॉरंटाइन के निर्देश दिए हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मोहल्ले के सभी लोगों की चिकित्सकीय जाच की जाएगी। साथ ही लोगों को डोर टू डोर राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
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पुलिस प्रशासन सख्त
क्वॉरंटाइन व लॉकडाउन का उल्लंघन न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। तीनों मोहल्लों में फोर्स तैनात कर दी गई है। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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'रानीखेत के तीनों मोहल्ले सील कर दिए गए हैं। यहां रहने वाले सभी लोगों को होम क्वॉरंटाइन में रहने के सख्त निर्देश दिए हैं। इन सभी की चिकित्सीय जाच की जाएगी। राशन की कोई कमी नहीं है, जरूरत के अनुरूप पूरी व्यवस्था कराई जाएगी।
- अभय प्रताप, एसडीएम'