रानीखेत में सात और लोग क्वारंटाइन
बाहर से आने वाले सात अन्य लोगों को रानीखेत में प्रशासन ने क्वारंटाइन में भेज दिया है। हालांकि इनमें लक्षण नहीं मिले हैं।
संवाद सहयोगी, रानीखेत: पर्यटन नगरी रानीखेत के चार लोगों के मरकज में शामिल होने व एहतियातन चारों को क्वारंटाइन किए जाने के बाद सात और लोगो को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है। हालाकि सभी सात लोगों ने मरकज में हिस्सा नहीं लिया पर फरवरी में सभी पीलीभीत से वापस लौटे हैं। वहीं यह सभी पूर्व में क्वारंटाइन किए गए चार लोगों के संपर्क में भी रहे। कोतवाल के अनुसार एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन करने का कदम उठाया गया।
याद रहे पर्यटन नगरी के मो. सज्जाद पुत्र मो. सबरुर व अब्दुल करीम पुत्र पनाउल्ला हाल निवासी जामा मस्जिद, मो. यासिद पुत्र मोइसिन खड़ी बाजार व मो. तबीब पुत्र मो. शमसाद हाल निवासी सरना गार्डन दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल होने पहुंचे थे। 16 मार्च को सभी वापस भी आ गए। हरकत में आई कोतवाली पुलिस ने चारों लोगों से पूछताछ कर डाटा जुटाया। बाद में गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय में चिकित्सकों ने चारों का परीक्षण भी किया। चारो लोगों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले फिर भी एहतियात के तौर पर उन्हें चिलियानौला स्थित सरकारी गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है।
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रानीखेत में भी सात को क्वारंटाइन में भेजा
लगातार जाच में जुटी कोतवाली पुलिस को शौकत अली, मो. जुबेर, अब्दुल वाहिद, मो. सलेमान, कैफ अली, मुमताज अली सभी निवासी सरना गार्डन तथा मो.रिजवान के भी फरवरी में पीलीभीत में हुई जमात में शामिल होने की जानकारी मिली। हालाकि इन सभी में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं फिर भी सभी सात लोगों को बुधवार को चिलियानौला स्थित गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि चार लोगों को क्वारंटाइन किए जाने के बाद सात और लोगों के पीलीभीत में हुई जमात में शामिल होने की पुष्टि हुई है।