जैविक राज्य के निर्माण के लिए एक्शन प्लान जरूरी
जैविक राज्य के निर्माण एक ठोस नीति की दरकार है। प्लास्टिक बॉयोमेडिकल वेस्ट के लिए एक्शन प्लान जरूरी।
अल्मोड़ा, जेएनएन : जैविक राज्य के निर्माण एक ठोस नीति की दरकार है। प्लास्टिक, बॉयोमेडिकल, कंस्ट्रक्शन एवं इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट के जरिये पर्यावरण लगातार दूषित होता जा रहा है। इसलिए कूड़ा निस्तारण की ठोस व्यवस्था कर हमें प्रदेश को जैविकता को बढ़ाने के लिए प्रयास करने होंगे। इसके लिए प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा भी पूरी पूरी मदद दी जाएगी।
कूड़ा कचरा निपटान और पुन: चक्रीकरण पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद के उपाध्यक्ष प्रकाश हर्बोला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को ²ष्टिगत रखते हुए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत शहर को स्वच्छ बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग करना चाहिए। ताकि पर्यावरण को इससे नुकसान ना पहुंच सके। राज्य मंत्री ने निकायों के सभी पदाधिकारियों से कूड़ा निस्तारण के लिए ठोस प्रबंध करने और उन्हें हरसंभव मदद देने की बात भी कही। अन्य वक्ताओं ने भी निकायों को अपने अपने क्षेत्रों में ठोस कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने की बात पर जोर दिया। कहा कि हमें प्लास्टिक, बॉयोमेडिकल, कंस्ट्रक्शन एव इलेक्ट्रानिक वेस्ट से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए प्रयास करने होंगे। कार्यशाला तीन दिनों तक चलेगी। दूसरे दिन बुधवार को कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे लोगों को बागेश्वर जिले का भ्रमण भी कराया जाएगा। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, जिला अध्यक्ष रवि रौतेला, कैलाश गुरुरानी, उप निदेशक शहरी विकास विभाग नीरज जोशी, फीडबैक फाउंडेशन गुरुग्राम के सीइओ अजय सिंह, अजीत तिवारी, मनीष यादव, देवशीष आदि मौजूद रहे।