पर्यावरण संरक्षण को आगे आई महिलाएं
गांव की सरकार गठन के बाद ग्राम पंचायतों में खुली बैठकों का दौर जारी है।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : गांव की सरकार गठन के बाद ग्राम पंचायतों में खुली बैठकों का दौर जारी है। द्वाराहाट ब्लॉक के अंतिम छोर पर स्थित उरोली गांव की पहली खुली बैठक में प्रदूषित पर्यावरण व जल संकट पर चर्चा की गई। मातृ शक्ति ने अधिकतम पेड़ लगाने तथा पारंपरिक जल स्रोतों को बचाने का संकल्प लिया। तय किया गया अवैध रूप से पेड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम सभा उरोली के कारखेत गांव में हुई पहली बैठक में गांव के विकास पर चर्चा की गई। ग्रामीणों ने पेयजल व जंगली जानवरों से खेती को हो रहे नुकसान का मुद्दा जोरशोर से उठाया। साथ ही जंगलों के अवैध कटान से पर्यावरण को हो रहे नुकसान पर चिंता जताई। वक्ताओं ने कहा कि पेड़ बचेंगे तो जल बचेगा। इसके लिए मातृशक्ति ने गांव के आसपास अधिक से अधिक पेड़ लगाने तथा पारंपरिक जल स्रोतों की सफाई कर संरक्षण का संकल्प लिया। अध्यक्षता करते हुए ग्राम प्रधान विनीता बोरा ने गांव के विकास में सभी लोगों से सहयोग का आह्वान किया। ग्राम विकास अधिकारी हरीश चंद्र सुयाल व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी देवेंद्र पाल ने मनरेगा, वित्त्त, सहज जीवन, पेंशन आदि की जानकारी दी। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल सती ने एससीपी योजना के गाय व मुर्गी पालन की जानकारी दी। बैठक में जिपं सदस्य अंजू राणा, बीडीसी भगवत सिंह बिष्ट, मोहन सिंह, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह, किशोर लाल, शिवेंद्र राणा, लछम सिंह, इंद्र सिंह, नीमा बोरा, पूजा आर्या, विमला बोरा, गंगा देवी, भगवती बोरा, शोभा राणा, पुष्पा देवी, राधा देवी, मोहनी देवी, विमला राणा आदि मौजूद रही।