नहीं दिया पानी, थमा दिया बिल
संवाद सहयोगी रानीखेत पिछले चार वषरें से नलों में पानी की बूंद न टपकने से दर-दर की ठोकरे
संवाद सहयोगी, रानीखेत : पिछले चार वषरें से नलों में पानी की बूंद न टपकने से दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर घूना गाव के बाशिदों पर दोहरी मार पड़ी है। पानी की आपूर्ति करने में नाकाम रहा विभाग उपभोक्ताओं पर हजारों के बिल ठोक मनमानी पर उतर आया है। जिस कारण ग्रामीणों में रोष है। पेयजल आपूर्ति व बिलों का समाधान शीघ्र नहीं किए जाने पर आदोलन की चेतावनी दी है।
हाईवे से सटे घूना गाव के बाशिंदों को विभाग ने दोहरा झटका दिया है। 40 वर्ष पूर्व बनी पेयजल योजना में विगत चार वषरें से पानी की बूंद नहीं टपकी। जिस कारण लोग प्राकृतिक स्त्रोतों से प्यास बुझाने को विवश हैं। विभाग ने ग्रामीणों के हाथों हजारों का बिल थमा मरहम के स्थान पर जख्मों में नमक छिड़कने का काम किया है। मामले में पूर्व प्रधान एनके आर्या ने बताया कि अनी राम के नाम विभाग ने 4650 का बिल थमा दिया। गाव में ऐसे कई गरीब हैं, जो भारी भरकम बिल देख परेशान हैं। विभाग की दोहरी मार के चलते ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। कहा कि बार बार शिकायत के बावजूद पानी तो नहीं मिला, अलबत्ता हजारों के बिल थमा शीघ्र जमा न किए जाने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई करने की धमकी देकर प्यासे लोगों की आवाज को दबाने की साजिश रची जा रही। जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो टूक कहा कि व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं होने और पेयजल बिलों को दुरुस्त नहीं किए जाने पर जन आदोलन किया जाएगा।
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चार दशक पुरानी है
40 वर्ष पूर्व बनी घूना पेयजल योजना ग्रामीणों की प्यास बुझाने में असमर्थ है। योजना आरंभ होने के समय गाव में मात्र 10 संयोजन थे, जो वर्तमान में बढ़कर 125 हो चुके हैं। योजना में सुधार नहीं किए जाने से नलों में पानी की बूंद तक नहीं टपकती।
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घूना गाव में पानी की दिक्कत है। माग के अनुसार टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी। बिल गलत पहुंचे हैं तो सुधार किया जाएगा।
-दलीप सिंह बिष्ट, एई जल संस्थान