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जैंती के कई गांवों में मवेशीखोर तेंदुए का आतंक

संवाद सहयोगी अल्मोड़ा तहसील जैंती के कई ग्रामों में इन दिनों मवेशीखोर तेंदुए का आतंक

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 10:38 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 10:38 PM (IST)
जैंती के कई गांवों में मवेशीखोर तेंदुए का आतंक
जैंती के कई गांवों में मवेशीखोर तेंदुए का आतंक

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: तहसील जैंती के कई ग्रामों में इन दिनों मवेशीखोर तेंदुए का आतंक व्याप्त है। तेंदुआ अब तक कई मवेशियों को अपना आहार बना चुका है। इसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व वन विभाग के उच्चाधिकारियों से तेंदुए के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है।

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जैंती क्षेत्र के आसपास के गांवों गणाऊं, दाड़िमी, नौगांव, पीपली, डुंगरी, सुनाड़ी, भट्यूड़ा, बिरखम व जाख आदि क्षेत्रों में मवेशीखोर तेंदुए का आतंक है। तेंदुआ गणाऊं ग्राम में एनसी भट्ट तथा पप्पू भट्ट के मवेशियों को अपना आहार बना चुका है। वहीं अन्य गांवों के 3-4 मवेशियों को भी मार चुका है। इससे ग्रामीणों में काफी दहशत है। स्कूली बच्चे जहां विद्यालय जाने से कतरा रहे हैं, वहीं लोगों का अकेले इधर-उधर जाना मुश्किल हो गया है। सांझ ढलते ही गांवों में सन्नाटा पसर जा रहा है। लोग सांझ ढलते ही अपने-अपने घरों में दुबक जा रहे हैं। विदित हो विगत वर्ष भी गणाऊं क्षेत्र के गोरखनाथ आश्रम में तेंदुआ घुस गया था। जिसे ग्रामीणों ने कमरे में कैद कर इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। बाद में विभाग के कर्मचारी इसे पिंजरे में कैद कर रेस्क्यू सेंटर ले गए।

सरपंच नवीन चंद्र भट्ट ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को देते हुए प्रभावित लोगों को मुआवजा दिए जाने का अनुरोध किया है। इधर ग्रामीण सेवा समिति गणाऊं के मुख्य संरक्षक राजेंद्र प्रसाद भट्ट ने ग्रामीणों को तेंदुए के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है। उन्होंने तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में पिंजरा लगाने की भी मांग वन विभाग के अधिकारियों से की है।


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