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सर्पदंश से 11वीं की छात्रा की मौत

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : विकास खंड हवालबाग के गोविंदपुर के पास स्थित पणकोट गांव की

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 04:27 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 04:27 PM (IST)
सर्पदंश से 11वीं की छात्रा की मौत
सर्पदंश से 11वीं की छात्रा की मौत

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : विकास खंड हवालबाग के गोविंदपुर के पास स्थित पणकोट गांव की सोलह साल की 11वीं की छात्रा की सर्पदंश से मौत हो गई है। बुधवार की सुबह घास काटते वक्त हादसा हुआ। जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल लाए। जहां उपचार नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई।

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पणकोट गांव निवासी शिवराज सिंह की सोलह साल की बेटी सपना बुधवार से कुछ दूरी पर घास काटने गई हुई थी। घास काटते वक्त उसे अचानक जहरीले सांप ने डस लिया। सर्पदंश के बाद सपना के चिल्लाने की आवाज आसपास के लोगों ने सुनी तो वह मौके पर पहुंचे। सपना की हालत देख उसे ग्रामीणों की मदद से बेस चिकित्सालय लाया गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन यहां इमरजेंसी में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अचानक हुए इस हादसे के बाद परिजनों समेत आसपास के गांवों के लोग सकते में हैं। फिलहाल पुलिस ने मृतका के शव का पंचनामा भर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है। -इंसेट

बेस अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर फिर सवाल

अल्मोड़ा : गोविंदपुर के पणकोट की किशोरी की मौत के बाद जिला मुख्यालय के बेस चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण सपना को गंभीर हालत में लेकर बेस अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में भर्ती कराने के लिए प्रबंधन द्वारा पर्ची भी काटी गई और काफी देर उसे वहां रखने के बाद उसे जिला अस्पताल भेज रेफर कर दिया। बेस की हालत इतनी खराब है कि फिजीशियन के अभाव में सर्पदंश की पीड़िता को जहर उतारने का इंजेक्शन तक नहीं दिया जा सका। अगर सपना को बेस में उपचार मिल गया होता तो उसकी जान बच जाती।

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दादा जिले में सम्मानित, पोती को नहीं मिला इलाज

अल्मोड़ा : सर्पदंश के कारण मृत सपना के दादा हयात सिंह लोक निर्माण विभाग में कार्यरत थे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने गोविंदपुर क्षेत्र में अपने संसाधनों से कई गांवों के लिए सड़कों का निर्माण भी कराया। जिसके लिए तत्कालीन जिलाधिकारी और विभाग के कई अधिकारियों ने उन्हें उनके घर जाकर सम्मानित भी किया। लेकिन बुधवार को उसी समाजसेवी की पोती ने उपचार न मिल पाने के कारण दम तोड़ दिया।

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अस्पताल में सर्पदंश के तीस इंजेक्शन मौजूद थे। लेकिन पिछले डेढ़ महीने से फिजीशियन तैनात नहीं है। जिस कारण सर्पदंश से पीड़ित किशोरी को इंजेक्शन नहीं दिया जा सका। फिजीशियन न होने के कारण अस्पताल संचालन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी जानकारी अधिकारियों को भी दी गई है।

डा. एससी गढ़कोटी, सीएमएस, बेस चिकित्सालय, अल्मोड़ा


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