Move to Jagran APP

वाराणसी पहडिया मंडी में खरीदिये 50 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज, मंडी प्रशासन ने खुलवाये दो स्टाल

प्याज की महंगाई पर अंकुश को पहडिय़ा मंडी प्रशासन ने फिर से कदम उठाया है। दो स्टाल खोले गए हैं जहां कोई भी 50 रुपये प्रति किलो प्याज खरीद सकता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 11:56 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 11:56 AM (IST)
वाराणसी पहडिया मंडी में खरीदिये 50 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज, मंडी प्रशासन ने खुलवाये दो स्टाल
वाराणसी पहडिया मंडी में खरीदिये 50 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज, मंडी प्रशासन ने खुलवाये दो स्टाल

वाराणसी, जेएनएन। प्याज की महंगाई पर अंकुश को पहडिय़ा मंडी प्रशासन ने फिर से कदम उठाया है। दो स्टाल खोले गए हैं, जहां कोई भी 50 रुपये प्रति किलो प्याज खरीद सकता है। एक व्यक्ति के लिए अधिकतम पांच किलो की सीमा जरूर निर्धारित की गई है। 

loksabha election banner

थोक बाजार में कम नहीं हो रही महंगाई

नासिक में बारिश के कारण व्यापारी कमीशन पर प्याज बेचने को दूर-दराज की मंडियों में भेजना बंद कर दिये हैं। आढ़ती पहले नासिक के व्यापारियों का प्याज कमीशन पर बेचते थे। बदले हालात में नासिक में ही मांग ज्यादा होने से बनारस के कारोबारियों को प्याज खरीदकर मंगाना पड़ रहा है। ऐसे में सरकारी प्याज बाजार में पहुंचने पर ही दाम घट सकेगा। 

फुटकर बाजार में 70 रुपये किलो प्याज

नासिक में बारिश होने के कारण प्याज की आवक थोक मंडी में घटी है। इस वजह से प्याज का भाव फिर से 70 रुपये प्रति किलो के आंकड़े को छूने लगा है। मौसम की मुश्किल के कारण हाल-फिलहाल में मूल्य कम होने की उम्मीद नहीं है।

नए प्याज से भी कम नहीं हो रही मुश्किल 

बाजार में नए प्याज की आवक शुरू हो गई है। इससे महंगाई पर अंकुश की उम्मीद थी। लेकिन फसल खराब होने से फुटकर बाजार में 50 रुपये किलो उपलब्ध होने के बावजूद ग्राहक पसंद नहीं कर रहें। नया प्याज एक-दो दिन में ही प्याज गलने लग रहा है। 


बोले मंडी सचिव : दो आढ़तियों ने ही स्टाल लगाया है। एक व्यक्ति अधिकतम पांच किलो प्याज 50 रुपये के भाव से खरीद सकता है। मौसम की मुश्किल के कारण दुश्वारियां अभी और खिंचने की आशंका है। -देवेंद्र वर्मा, मंडी सचिव।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.