World Water Day 2021 : बूंद-बूंद जल बचाने का लिया संकल्प, गाजीपुर में लोगों ने चलाया जागरुकता अभियान
विश्व जल दिवस पर सोमवार को जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए। शिक्षण संस्थानों में जल संरक्षण पर चित्रकला और कविता भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से जल दिवस की उपयोगिता को विस्तार से बताया गया। इस दौरान जल के महत्व पर चर्चा हुई और उसके संरक्षण का संकल्प लिया गया।
गाजीपुर, जेएनएन। विश्व जल दिवस पर सोमवार को जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए। शिक्षण संस्थानों में जल संरक्षण पर चित्रकला और कविता भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से जल दिवस की उपयोगिता को विस्तार से बताया गया। इस दौरान जल के महत्व पर चर्चा हुई और उसके संरक्षण का संकल्प लिया गया। कई जगहों पर जल स्रोतों की सफाई भी की गई। इस क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कालेज द्वारा विश्व जल दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि विधायक डा. संगीता बलवंत ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। सब जानते हुए भी पानी बर्बाद करते हैं। इसी का परिणाम है कि आज भारत और विश्व के सामने पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। केंद्र के प्रभारी डा. विनोद कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि राजस्थान व जैसलमेर जैसे रेगिस्तानी क्षेत्र में पानी आदमी की जान से भी ज्यादा कीमती है। कई-कई किलोमीटर चल कर इन प्रदेशों की महिलाएं पीने का पानी लाती हैं। पानी की इसी जंग को खत्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 1992 के अपने अधिवेशन में 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया जिस पर सर्वप्रथम 1993 को पहली बार 22 मार्च के दिन पूरे विश्व में जल दिवस के मौके पर जल के संरक्षण और रख-रखाव पर जागरुकता फैलाने का कार्य किया गया। हम सभी को जागरूक होकर जल संरक्षण करने की आवश्यकता है। केंद्र के डा. डीके सिंह, डा. शिव कुमार सिंह, ओमकार सिंह, आशीष कुमार बाजपेई, आशुतोष सिंह, डा. प्रमोद कुमार सिंह, सुनील कुमार, कपिलदेव शर्मा, मनोरमा, गोपाल राय, महंथ गिरी व ओमप्रकाश आदि सहित लगभग 50 किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र के चेयरमैन अजीत कुमार ङ्क्षसह के दिशा निर्देशन में किया गया।
स्वयंसेवकों ने की जल स्रोतों की सफाई
नेहरू युवा केंद्र, युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय के तत्ववधान में नमामि गंगे परियोजना के तहत विकासखंड करंडा के चोचकपुर गंगा ग्राम में विश्व जल दिवस के अवसर पर गंगा दूतों ने जल स्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए गंगा घाट व गांव में बने कुओं पर स्वच्छता अभियान चलाया। गंगा दूत अपने इस अभियान से जन-जन को जल की महत्ता का संदेश दे रहे हैं। जिला परियोजना अधिकारी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जितने भी जल के स्रोत हैं उनको साफ रखना, तालाबों को पुनर्जीवित करना तथा वर्षा के पानी के संचयन की व्यवस्था एवं कैच द रेन अभियान को सफल बनाने का कार्य करना है। पूरी टीम का उत्साहवर्धन जिला युवा अधिकारी कपिलदेव ने किया। इसमें गंगा दूत राजन चौधरी, अभिषेक, राहुल, राजा, हरिदास, बृजेश, विकी, राजकुमार, प्रह्लाद, बेचो, बिट्टू, विशाल, मोहित इत्यादि लोग उपस्थित थे।
गोमती की धारा में लिया जल शपथ
तेतारपुर में गोमती घाट पर सरदार बल्लभ भाई पटेल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पानी के निर्मलता और निरंतरता के लिए गोमती की जलधारा में खड़े होकर जल शपथ लिया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विनोद ङ्क्षसह ने कहा कि पानी हमारे लिए एक ऐसी धरोहर है जिसे आने वाली पीढ़ी के लिए संभालकर रखना बहुत जरूरी है। पार्टी प्रवक्ता एडवोकेट संजय ङ्क्षसह ने कहा कि हमारे पास जल का अथाह भंडार है लेकिन हमें उसे सहेजने और शुद्ध रखने की जरूरत है। नदियों को प्रदूषण मुक्त रख वर्षा की बूंदों को सहेजकर हम अपने जल भंडारण को अथाह कर सकते हैं।
जल संरक्षण जरूरी
विश्व जल दिवस के मौके पर क्षेत्र के तिवारीपुर गांव में इंडियन सोसायटी फार सोशल डेवलपमेंट के तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर आईएस एसडी के अध्यक्ष श्रीराम राय कमलेश ने तिवारीपुर के वयोवृद्ध शिक्षक गोविंद राम को मिट्टी का मटका भेंट कर अन्य लोगों को भी जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया। अध्यापक गोविंद राम ने कहा कि जल संरक्षण आज की महती आवश्यकता है। इसमें संस्था के सदस्य गोपाल ङ्क्षसह यादव के अलावा गुलाब यादव, धनजी वर्मा, उमेश राय, सौरभ राय, बबलू तिवारी मुनेंद्र राय आदि रहे।