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World Food Security Day : कोरोना संकट काल के दौर में काशी में खूब बरसी मां अन्नपूर्णेश्वरी की कृपा

World Food Security Day कोरोना संकट के दौर में खूब बरसी अन्नपूर्णेश्वरी की कृपा पंजीकृत प्रवासियों को दो माह तक दिया जा रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 02:11 PM (IST)
World Food Security Day : कोरोना संकट काल के दौर में काशी में खूब बरसी मां अन्नपूर्णेश्वरी की कृपा
World Food Security Day : कोरोना संकट काल के दौर में काशी में खूब बरसी मां अन्नपूर्णेश्वरी की कृपा

वाराणसी [अशोक सिंह]। World Food Security Day काशी शिव की नगरी है तो शक्ति की भी खूब कृपा है। कहा जाता है अन्नपूर्णेश्वरी की कृपा से इस नगरी में कोई भूखा नहीं सोता। कोरोना संकट के दौर में गांव-गलियों तक सेवा का यह संस्कार काशीवासियों ने दिखाया। शासन-प्रशासन के साथ ही समाजसेवियों ने भी यथा शक्ति खूब भोज कराया। दरअसल, मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए ही वह अपना घर-परिवार छोड़कर परदेस जाता है। देश में जब लॉकडाउन हुआ तो पहले रोजगार छिना, फिर रोटी और मकान के लिए मोहताज होने लगे। इस कारण देश भर में बड़े पैमाने पर लोगों ने पलायन किया। दूसरे प्रदेश से प्रवासी अपने गांव लौट आए। अब उनके सामने गृहस्थी जुटाने की चुनौती है। कोई भूखा ना रहे इसके लिए प्रदेश सरकार ने सभी को दो माह निश्शुल्क गेहूं, चावल और चना दे रही है ताकि कोई प्रवासी भूखा न रहे। इसके लिए मात्र जरूरी यह है कि प्रवासी स्कैनिंग सेंटर पर अपने को पंजीकृत कराया हो। कोई चोरी से आकर घर में रह रहा होगा तो उसे राशन नहीं दिया जाएगा।

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जिला पूर्ति अधिकारी दीपक ने बताया कि हम लॉकडाउन के बाद से ही जरूरतमंद और गरीब का राशन कार्ड बनाने का कार्य जारी रखे हुए हैं। अभी तक 5279 नए राशन कार्ड समेत कुल 41099 यूनिट नए जोड़े गए हैं। प्रवासियों के संबंध में बताया कि जिले में कुल करीब 52000 प्रवासी की सूची तैयार की गई है। इसमें से नगरीय क्षेत्र में हमें 1700 प्रवासी आने की सूची प्राप्त हुई जिसमें से मात्र 13 लोगों ने कार्ड की इच्छा व्यक्त की। जिनके नाम नहीं हैं उनको अस्थाई कार्ड दे रहे हैं। प्रति यूनिट निश्शुल्क दो महीने तक तीन किलो गेहूं, दो किलो चावल दे रहे हैं।

90 संस्थाओं ने की मदद

जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों की सूची तैयार की और संस्थाओं ने भोजन और राशन उपलब्ध कराया। इससे प्रतिदिन 17 से 18 पैकेट भोजन के वितरित किए गए। परिणामस्वरूप हर व्यक्ति तक सहायता पहुंची। लोगों की खाद्य जरूरतों का पूरा ध्यान रखा गया।

ये हैं आवेदन के पात्र

कुष्ठ रोग, कैंसर, एड्स पीडि़त, अनाथ माता-विहीन बच्चे, परित्यक्त महिलाएं, कचरा ढ़ोने वाले, स्वच्छकार, भिक्षावृत्ति करने वाले, घरेलू काम करने वाले, फेरी, खोमचे वाले, मोची, रिक्शा चालक, कुली पल्लेदार, भूमिहीन मजदूर, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले, निराश्रित महिला मुखिया, दिव्यांग, मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति एवं इस परिवार में कोई बालिग पुरूष नहीं है, आवासहीन परिवार, ऐसे परिवार जिन आवास में रहते है, जिनकी छत पक्की न हो, पंजीकृत प्रवासी आदि पात्रता की श्रेणी में आएंगे।

11 जून तक होगा वितरण

अगले माह के राशन का वितरण एक जून से शुरू होगा। पहले चक्र में 11 जून तक वितरण किया जाएगा। ऐसे राशनकार्डधारक जिनका अंगूठा ई-पास मशीन पर मैच नहीं कर रहा वे 11 जून को अपने राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड भी ले जाएंगे। उन्हें राशन दिया जाएगा।

सरकारी वितरण का विवरण

1395-राशन की दुकान

49498-अंत्योदय कार्डधारक

544743-पात्र गृहस्थी कार्डधारक

594241-कुल कार्डधारक

17 से 18-भोजन के पैकेट प्रतिदिन

1500000-भोजन के पैकेट बांटे


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