मऊ में बाढ़ के पानी में डूबी महिला, पुलिस ने दाह संस्कार से रोका और पोस्टमार्टम के लिए भेजा
शहर कोतवाली क्षेत्र के ख्वाजाजहांपुर राजभर बस्ती में रविवार की सुबह घर में घुसे बाढ़ के पानी में डूबने से एक महिला की मौत हो गई। आनन-फानन में परिजनों व रिश्तेदारों ने मृतका के दाह संस्कार के लिए शवयात्रा निकाल दिया।
जागरण संवाददाता, मऊ। शहर कोतवाली क्षेत्र के ख्वाजाजहांपुर राजभर बस्ती में रविवार की सुबह घर में घुसे बाढ़ के पानी में डूबने से एक महिला की मौत हो गई। आनन-फानन में परिजनों व रिश्तेदारों ने मृतका के दाह संस्कार के लिए शवयात्रा निकाल दिया। इस बीच एक ग्रामीण ने इसकी खबर इंटरनेट मीडिया में वायरल करते हुए पुलिस को भी घटना की जानकारी दे दिया। उच्चाधिकारियों तक बात पहुंचते ही मौके पर तत्काल पुलिस पहुंच गई और शवयात्रा रोक कर पोस्टमार्टम कराए जाने की बात कही। इस पर पोस्टमार्टम न कराने की बात कह मुहल्लेवासी हंगामें पर उतर गए। काफी देर तक कभी लाश उठाकर लेकर चलने तो कभी पुलिस के रोकने पर लाश नीचे रखने की रस्साकसी चलती रही।
नगर पालिका परिषद का ख्वाजाजहांपुर मुहल्ला तीन तरफ से तमसा नदी की बाढ़ से घिर गया है। रविवार की सुबह 28 वर्षीय रेखा देवी पत्नी रवींद्र राजभर घर में घुस आए पानी के बीच से ही जा रही थी। तभी उसका पैर फिसला और वह पानी में गिर गई, जिसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। स्वजनों एवं पड़ोसियों का कहना था कि घर में घुसा पानी सिर्फ घुटने तक है, लेकिन अचानक पानी में गिरने के बाद वह अपना बचाव नहीं कर पाई और मौत हो गई। सूचना पाकर मृतका के भाई और पिता भी मौके पर पहुंच गए और विचार-विमर्श के बाद दाह संस्कार के लिए शवयात्रा निकाल दी गई। शवयात्रा मृतका के घर से अभी कुछ ही कदम बढ़ी थी कि मौके पर शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव पुलिस टीम के साथ पहुंच गए और पोस्टमार्टम के लिए शव की मांग करने लगे। उधर, ग्रामीण व स्वजन इस जिद पर अड़े थे कि पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे, जो हुआ सो हुआ। स्वजन कई बार शव उठाकर नदी की ओर जाने का प्रयास किए लेकिन पुलिस ने हर बार उन्हें रोक दिया। लगभग एक घंटे की रस्साकसी एवं उच्चाधिकारियों के समझाने पर स्वजन माने और मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
महिला की मौत के सही कारणों को जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया जाना आवश्यक था। कुछ लोग केवल नासमझी में पुलिस और पोस्टमार्टम का विरोध कर रहे थे। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
- डीके श्रीवास्तव, प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली।