फुलपुर क्षेत्र में गवाह की धारदार हथियार से हत्या, जमीन बंटवारें को लेकर 2018 में पट्टीदारों से हुई थी मारपीट
फुलपुर थानाक्षेत्र में 35 वर्षीय संदीप गिरी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है। हत्या की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक ग्रामीण समेत अन्य अधिकारी जांच कर रहे।
वाराणसी, जेएनएन। फूलपुर थाना क्षेत्र के घोघरी गांव में गुरुवार की अलसुबह घर के सामने स्थित एक मड़हे में 35 वर्षीय युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। युवक के मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मौके पर पहुची पुलिस पुरानी रंजिश मानकर जांच पड़ताल में जुट गई। वहीं परिजन हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी।
घोघरी निवासी महेंद्र गिरी का पुत्र सुनील उर्फ डब्लू गिरी अपना निजी ऑटो चलाकर जीवन यापन करता था। बीती रात वह 9 बजे तक घर मे खाना खाने के बाद अपने पुत्र आकाश गिरी 11 वर्ष व यश 5 वर्ष के बगल में खाट पर सो गया। सुबह उसके घर के सामने स्थित भानु पटेल के बाउंडरी वाल के अंदर बने मड़हे में औंधे मुंह गिरा मिला। उसके नाक से खून रिस रहा था। अलसुबह जब भोनू की बहू भैस का चारा देने मड़हे में गई तो शव को देखा और परिजनों को सूचना दी। थोड़ी ही देर में यह सूचना जंगल मे आग की तरह फैल गई। जानकारी मिलने पर एसपीआरए एम पी सिंह, सीओ अनिल राय, इंस्पेक्टर सनवर अली व डॉग स्क्वायड व फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुच गई। लेकिन पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा।
मृतक के बड़े पुत्र आकाश के मुताबिक रात्रि एक बजे जब पेशाब लगी तो उठा देखा पापा बेड पर नही थे। दरवाजा भी बाहर से बन्द था। एक बगल के लड़के को फोन कर दरवाजा खुलवाया और पेशाब करने के बाद सो गया। सुबह उठा तो घटना की जानकारी हुई। पुलिस व सूत्रों के मुताबिक मृतक का पड़ोसियों से आपसी रंजिश चल रही थी। वही पुलिस आपसी रंजिश व आशनाई को लेकर हत्या के जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
मृतक दो भाइयों में दूसरे नम्बर का था बड़ा भाई बनारस में सपत्नीक रहता है। घर पर माता पिता व बछो के साथ रहता था। मृतक के पत्नी सीता की मौत बीमारी के चलते 4 माह पूर्व गंभीर बीमारी से हो गई थी। इंस्पेक्टर सनवर अली ने बताया कि मृतक के शरीर पर कही भी चोट के निशान नहीं मिले। केवल नाक से खून रिस रहा था। लुंगी गंजी पहने तथा पैर में चप्पल मिला।पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस ने भाई अनिल की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराते हुए जांच में जुट गई। वही घटना स्थल पर सैकड़ो की भीड़ जुटने के कारण पुलिस को आक्रोश भी झेलना पड़ा।
हत्या का कारण आपसी रंजिश या कुछ और
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर गांव में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों को कहना था कि उसे किसी ने रात्रि में बुलाकर ले गया तो कोई कह रहा था कि फोन आने पर गया था। सुनील ऑटो चलाकर अपना जीवन यापन करता था। परिजनों के मुताबिक रात में 12 बजे के लगभग कोई दरवाजा खटखटाकर खुलवाया था जब सुनील बाहर निकाला तो बाहर से कुंडी बंद कर दिया। जमीन के बंटवारें को लेकर तीन जून वर्ष 2018 में पट्टीदारों से जमीन को लेकर मारपीट हुई थी। जिसमें सुनील गिरी गम्भीर रूप से घायल हुआ था। उक्त घटना के बाद सुनील ने चार लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त मुक़दमे में कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। सुनील के गवाही के बाद सज़ा होने वाली थी। परिजन व पुलिस इसको भी हत्या का कारण मान रहे है। हालाँकि पुलिस पुर मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ़्तार करने का दावा किया जा रहा है।मृत सुनील की पत्नी 4 माह पूर्व गंभीर बीमारी के चलतेपहले ही मर चुकी है । सुनील अपने दो पुत्रों आकाश 11 वर्ष यश गिरी 5 वर्ष व माँ शांति देवी 65 वर्ष के साथ रहता था। जबकि भाई अनिल गिरी बनारस शहर में पत्नी व बच्चों के साथ रहता है। पिता की हत्या से अनभिज्ञ 5 वर्षीय यश बच्चों के साथ पतंग उड़ाने में मशगूल रहा ।उसे क्या पता था कि उसका पालन पोषण करने वाला अब सदा -सदा के लिए दुनिया से चला गया ।