दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के घर पहुंचे जिलाधिकारी, बोले - फास्ट ट्रैक कोर्ट से न्याय दिलाने की होगी कोशिश
सगड़ी तहसील क्षेत्र के एक गांव की दुष्कर्म पीड़ित मासूम का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह मंगलवार को उसके घर पहुंचे।
आजमगढ़, जेएनएन। सगड़ी तहसील क्षेत्र के एक गांव की दुष्कर्म पीड़ित मासूम का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह मंगलवार को उसके घर पहुंचे। बीते 24 जनवरी की रात्रि को छह वर्षीय बालिका को अगवा करके उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। एक सप्ताह से ज्यादा समय तक बीएचयू में इलाज के बाद बिटिया घर लौटी तो जिलाधिकारी उसके घर गए। डीएम ने पीड़ित बच्ची और परिजनों से मुलाकात की और इलाज में खर्च हुए ब्योरे की जानकारी परिजनों से ली। व्यक्तिगत रूप से 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी की। रानी लक्ष्मीबाई योजना से तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद दिलाने की बात कही। हालांकि, सनसनीखेज मामले में पुलिस ज्यादा कुछ नहीं कर सकी है। पीड़ित परिवार को पहले ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा चुकी है।
चाइल्ड केयर यूनिट भेजा
जिलाधिकारी ने इंफेक्शन से बचाव के लिए चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि तुरंत चाइल्ड केयर यूनिट में भर्ती किया जाय। सरकारी एंबुलेंस से ही बीएचयू डॉक्टर को दिखाने के लिए भेजा जाया। बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक स्टाफ नर्स विशेष रुप से देखभाल करें।
फास्ट ट्रैक से न्याय दिलाने की होगी कोशिश
जिलाधिकारी ने परिजनों को आश्वस्त किया कि एक माह में फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिये मासूम को न्याय दिलाने की कोशिश होगी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से कहा कि घटना में जल्द गिरफ्तारी कर, चार्जशीट दाखिल करें। ताकि पीड़ित परिवार को फास्टट्रैक का गठन कर जल्द से जल्द न्याय दिलाया जा सके।