ऑनलाइन ही होंगी फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं पेन-पेपर व किताब संग दे सकेंगे, बीएचयू कार्यकारी परिषद ने दी मंजूरी
बीएचयू के छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाइन मोड से ही होगी। विद्वत परिषद् के इस प्रस्ताव को बीएचयू की कार्यकारी परिषद ने मंजूरी शनिवार को दे दी है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाइन मोड से ही होगी। विद्वत परिषद् के इस प्रस्ताव को बीएचयू की कार्यकारी परिषद ने मंजूरी शनिवार को दे दी है। इसको लेकर जागरण ने 15 अगस्त को ही प्रमुखता और विस्तार से तमाम नियमों को समझाते हुए खबर दी थी। अब बीएचयू प्रशासन ने अंतिम रूप से इस पर प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इस परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए पुस्तकों और अन्य संसाधनों का उपयोग भी किया जा सकता है, जिसे ओबीई (ओपन बुक एग्जामिनेशन) कहा जा रहा है।
चार घंटे में चार जवाब
इस व्यवस्था में थ्योरी पाठ्यक्रमों का प्रश्नपत्र 70 अंकों का होगा, जिसमें समान अंकों वाले 8 प्रश्न होंगे और परीक्षार्थियों को चार प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। परीक्षा का समय 4 घंटे होगा जबकि दिव्यांग परीक्षार्थियों को 6 घंटे का समय दिया जाएगा। नियमानुसार जब तक किसी छात्र को स्क्राइब की अनुमति नहीं दी जाती है, छात्रों को उत्तर अपने हाथ से स्वत: लिखने होंगे। इसके साथ ही जो विद्यार्थी फाइनल सेमेस्टर में अनुतीर्ण हो जाते हैं या फिर किसी कारणवश इस परीक्षा में नहीं बैठ पाते हैं, उनके लिए नवंबर में पूरक टर्मिनल परीक्षाएं कराई जा सकती हैं। वहीं जो छात्र ओबीई के माध्यम से परीक्षा नहीं दे सकते, उन्हें पेन-पेपर मोड में आयोजित होने वाली विशेष परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जा सकता है। परीक्षा की अभी तक कोई तिथि नहीं घोषित की गई है,, मगर इससे संबधित दिशा-निर्देश बीएचयू की आधिकारिक वेबसाइट पर 29 अगस्त तक आ जाएगी।
प्रवेश परीक्षा शुरू होने के बाद भी चलेगा सत्याग्रह
बीएचयू के छात्र नीरज राय कोविड काल में परीक्षा को स्थगित कराने के लिए दस दिन से बीएचयू के डीएसडब्ल्यू एकल सत्याग्रह पर बैठे हैं, मगर अभी तक किसी ने कोई आश्वासन नहीं दिया है। इस बीच बीएचयू ने प्रवेश पत्र व समय सारणी जारी कर दिया है और 24 अगस्त से परीक्षा शुरू हो जाएगी। छात्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। बता दें कि परीक्षा को रद्द कराने को लेकर काफी दिनों से छात्र विरोध कर रहे हैं। एक तरफ छात्र जहां परीक्षा को नहीं कराने के लिए सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड करा रहे हैं, वहीं नीरज के माध्यम से छात्र अपनी मांगों पर टिके हैं। छात्र ने बताया है कि परीक्षा कराने को लेकर बीएचयू प्रशासन ने कुछ मांगे मानी है, जिसमें कोविड मानकों के पालन के लिए जिलाधिकारी को पत्र जारी किया गया है। जब तक सारी शर्तें नहीं मान ली जातीं सत्याग्रह अनवरत प्रवेश परीक्षा शुरु होने के बाद भी चलेगा।