राम विवाह के मंचन में हुई असली शादी, रामलीला के मंच पर डटे रहे गांव भर के पंच
रामलीला के मंच पर धनुष यज्ञ कार्यक्रम में रामलीला मंच का जब कुरमचा गांव में रविवार को डीजे बैंड पार्टी के साथ बराती पहुंचे तो पूरा पंडाल खचाखच भर गया।
भदोही (जेएनएन) । रामलीला के मंच पर शादी की अटकलें और दैनिक जागरण में छपी खबर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रहीं। लोगों को सहसा यह विश्वास नहीं हो रहा था कि ऐसा होगा पहली बार जिले में ऐसी रामलीला हुई जिसके मंच पर वास्तविक शादी संपन्न होगी। समय था धनुष यज्ञ कार्यक्रम में रामलीला मंच का जब कुरमचा गांव में रविवार को डीजे बैंड पार्टी के साथ बराती पहुंचे तो पूरा पंडाल खचाखच भर गया। शादी को देखने के लिए क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक, ग्रामीण जन और प्रतिनिधि भी आए।भगवान श्रीराम अौर सीता का विवाह संपन्न के बाद मंच पर राम सीता के रूप में एक जोड़ी का विवाह संपन्न कराया गया। जिसमें आचार्य शिव श्याम तिवारी ने विधान से पूजन अर्चन कराई।
मंच बन गया मंडप
दरअसल कुरमचा गांव के मोहन लाल बिंद की पुत्री सीमा गोपीगंज थाना क्षेत्र के मुल्लापुर गांव के बाबूलाल बिंद की पुत्र सुशील कुमार के साथ संपन्न कराई गई। शादी के बाद उमड़ी भीड ने पांव पूजा और उपहार भेंट किया। शादी संपन्न होने के बाद वर वधू ने सात फेरे और सात वचन लिए। इस तरह राम विवाह के प्रसंग के मंचल में वास्तविक शादी संपन्न हुई। ईश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लिया गया जीवन साथी सुख में बना रहे।
लोगों ने की सहभागिता
रामलीला समिति के अध्यक्ष अच्छे लाल बिंद की देखरेख में कार्यक्रम संपन्न कराया गया। कार्यक्रम में पहुंचे विधान परिषद सदस्य राम लली मिश्रा ने वर वधू को आशीर्वाद देने के साथ उपहार भेंट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्राम प्रधान संगीता रविकांत बिंद ने वर वधू को घरेलू जरूरतों की सामग्री भेंट की। क्षेत्र में इस बात की चर्चा खबर प्रकाशित होने के बाद से ही थी। दरअसल गरीब परिवार की बेटी की शादी के लिए रामलीला का पावन मंच गांव वालों की सहमति से तय किया गया। धर्म की रीति संग सामाजिकता के सरोकारों के निर्वहन का गांव वालाें का यह प्रयास क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।