75 प्रति माह बिजली के लिए बुनकरों ने रखा उपवास, अनिश्चितकालीन हड़ताल 15 सितंबर तक
बुनकरों ने 75 रुपये प्रति माह के बिजली खर्च पर पावरलूम चलाने के लिए तीसरे दिन गुरुवार को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल किया।
वाराणसी, जेएनएन। बुनकरों ने 75 रुपये प्रति माह के बिजली खर्च पर पावरलूम चलाने के लिए तीसरे दिन गुरुवार को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल किया। काजी सादुल्ला पुरा स्थित वाराणसी वस्त्र बुनकर संघ के मीडिया प्रभारी व पार्षद रमजान अली के निवास पर अन्य बुनकरों ने भी एक दिवसीय सामुहिक उपवास रखा। इसके माध्यम से सरकार से फ्लैट रेट पर बिजली की मांग की।
बुनकरों के प्रदेश सरकार की सद्बुद्धि के लिए दुआ की। रमजान ने बताया कि कोरोना के कारण बुनकरों का कारोबार पहले से ही बंद चल रहा है और वे भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। एक जनवरी से सरकार द्वारा फ्लैट-रेट को खत्म कर देने से बुनकर बिजली विभाग का लाखों का कर्जदार हो चुका है। बुनकर अपनी पावरलूम बेचकर भी बिजली विभाग का कर्ज अदा नहीं कर पायेगा। उपवास में मौलाना वसीम मजहरी, एखलाक महतो, मजीद खान, फिरोज खान, मो. हाशिम, इरशाद अली आदि शामिल थे।
मऊ में पावरलूम बंद कर बुनकर बिजली दर बढऩे का किया विरोध
बिजली दर बढऩे से बुनकर परेशान हो उठे हैं। फ्लैट रेट पासबुक बंद करने के विरोध में बुनकरों ने गुरुवार को अपने-अपने लूम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि वर्ष २००६ से उन्हें फ्लैट रेट पर बिजली मिलती थी। उन्हें केवल ७५ रुपये जमा करना होता था। इस अनुदान को सरकार ने खत्म कर दिया। अब हालात यह कि वैश्विक महामारी से जूझ रहे बुनकरों के सामने बिजली दर बढ़ जाने का बोझ भी आ पड़ा। इससे उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या आ खड़ी हो गई है। गुरुवार को बुनकर अपने-अपने पावर लूम बंद कर तख्तियों पर बुनकरों की मांगे पूरी करो, बुनकरों की ङ्क्षजदगी से खिलवाड़ बंद करो, बुनकरों की पासबुक बहाली पूर्व की भांति लागू करो आदि नारे लिखकर बिजली दर बढ़ाने का विरोध किए। तहसील क्षेत्र के बुनकर बाहुल्य क्षेत्र महरूपुर, हयातनगर, फरीदाबाद, अतरारी, खैराबाद, वलीदपुर आदि जगहों के बुनकरों के पावरलूम पूरी तरह से बंद रहे। उन पर कपड़ा डालकर उन्होंने अपने कामकाज को बंद रखा और धरना दिया।