कोहरे में घुली ठंड की सुबह के बीच पछुआ हवा का जोर, जानिए कैसा रहेगा आने वाले सप्ताह में मौसम का हाल
एक बार फिर गलन का असर आने ही वाला है पुरवा का रुख कम होने के साथ अब पहाड़ों की ठंडी और गलन युक्त हवाओं का पछुआ झोंका पहुंच रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। मौसम का रुख ठंड की ओर होने के साथ ही एक बार फिर गलन का असर आने ही वाला है, पुरवा का रुख कम होने के साथ अब पहाड़ों की ठंडी और गलन युक्त हवाओं का पछुआ झोंका पहुंच रहा है। उम्मीद है कि 24 घंटे में इसका असर पूर्वांचल तक पहुंचते ही ठंड के साथ गलन और कोहरे का भी असर देखने को मिलेगा। सोमवार की सुबह भी मानो पछुआ का जोर नजर आया और सुबह कोहरे की हल्की चादर में समूचा पूर्वांचल घिरा नजर आया। हालांकि दिन चढ़ने के साथ ही सूरज हल्की किरणों ने कोहरे की चादर को बेधा तो लोगों को थोड़ी राहत मिली, मगर सूरज की रोशनी में ताप न होने की वजह से ठंडी हवाओं के बीच ठंड अपना असर दिखाती रही।
बीते तीन दिनों से असर डालने वाली पुरवा हवा रविवार को ही धीरे धीरे कमजोर होने लगी। इसका असर भी वातावरण में देखने को मिला। यही वजह है कि शनिवार को जहां पुरवा सतह से दो किमी ऊपर तक बह रही थी वहीं रविवार को एक किमी तक ही रह गई थी। सोमवार से पछुआ के जोर पकडऩे की संभावना मौसम विज्ञानियों ने जताई है, इसके बाद ठंड भी पूर्वांचल में अच्छे से बढ़ जाएगी। पुरवा हवा के बहने से तापमान में मामूली बढ़ाव होने लगता था। साथ ही पिछले दिन दिनों आसमान में बादल भी छाए थे। कारण कि पूर्वांचल से वार्म फ्रंट पास हो रहा है।
उम्मीद है सोमवार को पूर्वांचल से यह पूरी तरह चला जाएगा। इसके बाद जम्मू-कश्मीर से कोल्ड फ्रंट यहां आ जाएगा, इसके यहां आने से पछुआ हवा तेज होगी और तापमान में गिरावट भी होगी। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि 10 दिसंबर से पछुआ का असर बढ़ जाएगा। इसके साथ ही बर्फीली हवा भी आने लगेगी, जिससे ठंड काफी बढ़ जाएगी। बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। वहीं इस दौरान आर्द्रता अधिकतम 85 और न्यूनतम 55 फीसद दर्ज की गई।