पूर्वांचल के रास्ते मानसून ने उत्तर प्रदेश में दी दस्तक, अलग-अलग हादसों में पांच की मौत Varanasi news
अपने तय समय से काफी देर से चल रहे मानसून ने अचानक 24 घंटों में सक्रिय होकर आखिरकार पूर्वांचल के रास्ते उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी।
वाराणसी, जेएनएन। अपने तय समय से काफी देर से चल रहे मानसून ने अचानक 24 घंटों में सक्रिय होकर आखिरकार पूर्वांचल के रास्ते उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी। सप्ताह भर से दस दिन तक की देरी से आने की आशंकाओं के बीच मानसून ने सक्रियता दिखाते हुए पूर्वांचल तक दस्तक देने में महज सप्ताह भर की ही देरी की है। मानसून के दस्तक देते ही पूर्वांचल में बादलों ने झूमकर पानी गिराया और सुबह से दोपहर बाद तक आसमान में बादलों का ही कब्जा बना रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून अब काफी सक्रिय रहेगा और परिस्थितियों के अनुकूल होते ही बादल जोरदार बारिश भी कराएंगे।
मानसूनी बादलों की सक्रियता
बीते दो दिनों में पूर्वांचल में उमड़-घुमड़ रहे बादल अब बरसात भी करा रहे हैं। शुक्रवार रात से शुरु हुई बूंदाबांदी के बाद कभी तेज बारिश तो कभी रिमझिम फुहार बनकर बरसती रही। तत्काल तो उमस भरी गर्मी से बेहाल जनमानस को काफी राहत मिली है मगर धूप खिलने के बाद उमस और भी बढ़ सकती है। हालांकि पूर्वांचल में जिस तरह आसमान में बादल छाए हैं, उससे अभी और बूंदाबांदी होने की संभावना है।
वाराणसी में तापमान का रुख
माैसम विज्ञानियों के अनुसार लेट चल रहा मानसून इस समय बिहार में दस्तक दे चुका है उम्मीद है पूर्वांचल में सप्ताह भर के भीतर दस्तक दे देगा तब तक प्री मानसूनी बारिश मौसम अनुकूल होते ही रह रहकर होती रहेगी। शनिवार को दिन में अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री दर्ज किया गया है। अधिकतम पारा सात और न्यूनतम पारा तीन डिग्री सामान्य से इस दौरान कम दर्ज किया गया। तापमान में गिरावट आने से मौसम की तल्खी से दिन भर राहत रही। वहीं आर्द्रता अधिकतम 85 फीसद और न्यूनतम 75 फीसद दर्ज किया गया।
शनिवार को दिन भर बूंदाबांदी
शनिवार की सुबह समूचे पूर्वांचल में बादलों की आवाजाही बनी रही और वाराणसी सहित कई जिलों में रह रहकर बूंदाबांदी होती रही। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले सप्ताह भर तक प्रत्येक दिन बादलों की आवाजाही पूर्वांचल में बनी रहेगी और रह रहकर बूूंदाबांदी भी होती रहेगी। कई जिलों में बारिश अधिक होने से सड़कों पर जलजमाव की भी नौबत आ गई। वहीं किसान भी अच्छी बारिश देखकर धान की खेती के लिए अब खेतों का रुख करने लगे हैं। कई जिलों में जोरदार बारिश होने की वजह से तालाब और निचले इलाकों में भी जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई।
आंधी पानी से नुकसान
पूर्वांचल में बारिश के साथ ही तेज हवाएं और आंधी भी चली। शनिवार की सुबह मऊ जिले में हलधरपुर थाना क्षेत्र के छतरपुर गांव निवासी लालचंद (45) पुत्र श्यामू की शनिवार की सुबह तेज आंधी में पेड़ के नीचे से गिरे हुए आम बटोर रहा था कि आम की डाल टूटकर सिर पर लगने से उसकी मौत हो गयी। वहीं सोनभद्र में भी कई जगह आकाशीय बिजली गिरने की सूचना है। वहीं आजमगढ़ में कंधरापुर थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव के समीप स्थित निर्माणाधीन पुल के नीचे साइफन के पास खड़े होकर तीन युवक मोबाइल से सेल्फी ले रहे थे। अचानक पैर फिसल जाने से तीन युवक उफनाई तमसा नदी में शनिवार की दोपहर को गिर पड़े। दो युवकों को ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए बचा लिया। जबकि एक अन्य युवक नदी की तेज धारा में डूब गया।
पहाड़ी से गिरकर मां-बेटी सहित तीन की मौत
सोनभद्र में कोन थाना क्षेत्र के पोखरिया चौकी इलाके में खोड़ैला-बड़ैला पहाड़ी से गिरकर शनिवार को मां-बेटी सहित तीन लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया। पुलिस के मुताबिक मांची थाना क्षेत्र के खौड़ैला गांव निवासी जवाहिर अपनी पत्नी पनपतिया, पुत्री कौशिल्या (22) को लेकर झारखंड के बैगाडीह किसी शादी संबंध के लिए जा रहे थे। उनके साथ कौशिल्या की तीन वर्षीय पुत्री नंदनी व कौशिलया के बहन विमला का छह वर्षीय पुत्र अमित भी था। सभी लोग पहाड़ी पार करके सीधे झारखंड में जाने के चक्कर में पहाड़ पर चढ़े थे। इसी दौरान बारिश होने लगी। जंगल व पहाड़ का पानी निकलने और बरसाती नालों में जाने के लिए बड़ा ह्यूम पाइप लगाया गया था। बारिश से बचने के चक्कर में सभी लोग उसी पाइप में छिप गए। इसी दौरान पहाड़ी का पानी आया और उसी में कौशिल्या, अमित व नंदनी बहकर पहाड़ी से नीचे गिर गए। इससे तीनों की मौके पर ही माैत हो गई।
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