पछुआ हवा के जोर से सुबह और शाम गलन में इजाफा, जानिए कैसा रहेगा सप्ताह भर के मौसम का हाल
जम्मू-कश्मीर से पूर्वांचल तक आ रही पछुआ हवा का असर अब काशी में भी स्पष्ट दिखने लगा है। पुरवा हवा को ढकेल कर पछुआ ने सोमवार को फिर से ठंड बढ़ा दी।
वाराणसी, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर से पूर्वांचल तक आ रही पछुआ हवा का असर अब काशी में भी स्पष्ट दिखने लगा है। पुरवा हवा को ढकेल कर पछुआ ने सोमवार को फिर से ठंड बढ़ा दी। इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में करीब एक डिग्री गिरावट भी दर्ज की गई। आने वाले दिनों में न्यूनतम के साथ ही अधिकतम पारा भी गिरने वाला है। पछुआ के जोर से मंगलवार की सुबह भी गलन भरी ठंडक रही तो कोहरे की चादर भी सुबह नजर आई। हालांकि दिन चढने के साथ ही सूरज की रोशनी में कोहरे का असर भी कम होता चला गया। जबकि दिन चढ़ने के साथ ही ठंडी हवाओं का असर भी जारी रहा और ठंडक ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने को विवश कर दिया।
वैसे तीन दिनों से असर डालने वाली पुरुवा हवा रविवार को ही कमजोर होने लगी थी। इसकी वजह से शनिवार को जहां पुरुवा सतह से दो किमी ऊपर तक बह रही थी। वहीं रविवार को एक किमी तक ही रह गई थी। वहीं पुरुवा हवा के बहने से तापमान में मामूली बढ़ाव होने लगता था। साथ ही पिछले दिन दिनों आसमान में बादल भी छाए थे। कारण कि पूर्वांचल से वार्म फ्रंट पास हो रहा है। अब वार्म फ्रंट यहां से गुजर चुका है और कोल्ड फ्रंट का आगमन शुरू हो गया है। इस असर यह रहा कि हवा तेज हो गई और इसमें नमी भी बढ़ गई। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से बर्फीली हवा कोल्ड फ्रंट के रूप में आ रही है। इससे तापमान में भारी गिरावट हो सकती है, इससे ठंड भी बढ़ेगी।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य था वहीं न्यूनतम पारा 12.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से दाे डिग्री अधिक रहा। वहीं इस दौरान आर्द्रता अधिकतम 81 और न्यूनतम 66 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पश्चिमी विक्षोभ का एक झोंका लदाख और जम्मू कश्मीर पहुंचने वाला है। इसके पूर्वांचल तक अगले 24 से 48 घंटों तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके साथ ही समूचा पूर्वांचल ठंड और कोहरे की चपेट में आ जाएगा। वहीं मौसम विभाग ने 12 और 13 दिसंबर को आसमान में बादलों के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना पहले ही जता दी है।