पूर्वांचल में अभी दो दिन और रहेगी अधिक गलन, जानिए आने वाले सप्ताह में कैसा रहेगा मौसम का हाल
मौसम का रुख कुछ दिनों से बदलाव की ओर होने से लोगाें को धूप और गलन दोनों का मिला जुला स्वरुप नजर आ रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। मौसम का रुख कुछ दिनों से बदलाव की ओर होने से लोगाें को धूप और गलन दोनों का मिला जुला स्वरुप नजर आ रहा है। गुरुवार को भी मौसम का यही हाल रहा और सुबह गलन भरी रही। दिन चढ़ने के साथ ही धूप निकली और गलन से राहत मिली। हालांकि इस दौरान ठंडी हवाओं के जोर से बसंती हवा ने भी अपना खूब अहसास कराया। इसी बीच पश्विम से बादलों का एक झोंका पाकिस्तान तक पहुंचा है, इसका असर दो दिनाें बाद पूर्वांचल तक हो सकता है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार कोल्ड फ्रंट के कारण काशी सहित पूरे पूर्वांचल में अभी दो दिन और गलन भरी ठंड जारी रहेगी। इसके बाद 25 जनवरी तक जम्मू-कश्मीर से वार्म फ्रंट के यहां पहुंचने की संभावना है। इसके यहां आने से मौसम में बदलाव होगा। इस दौरान आसमान में बादल छाएंगे और कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी भी होने की संभावना बढ़ जाएगी। कश्मीर से आ रही पछुआ हवा के कारण गलन और बढ़ गई है। यही वजह है कि तेज धूप के बावजूद न्यूनतम पारे में बढ़ाव नहीं हुआ। दो दिनों से न्यूनतम तापमान स्थिर है। हालांकि अधिकतम मारे में उछाल हुआ है।
मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि एक-दो दिनों से पूर्वांचल से कोल्ड फ्रंट पास हो रहा है। इसके कारण गलन भरी ठंड बढ़ गई है। रात को और ज्यादा ठंड है। यही कारण है कि दो दिनों से न्यूनतम तापमान घटकर 6.6 डिग्री सेल्सियस पर ही टिका हुआ है। इससे पहले यह आंकड़ा 8.5 डिग्री था। एक दिन पहले अधिकतम पारा जहां 19.8 डिग्री सेल्सियस था वहीं बढ़कर 21.2 डिग्री हो गया था। अधिकतम पारा बढऩे से दिन में ठंड से थोड़ी राहत मिली। उन्होंने बताया कि वार्म फ्रंट आने के बाद दो-तीन दिन में हवा का रूख बदलेगा। इस दौरान बादल एवं हल्की बारिश भी हो सकती है। बीते चौबीस घंटों में 6.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा, 21.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम पारा दर्ज किया गया। जबकि इस दौरान 94 प्रतिशत अधिकतम आर्द्रता, 61 प्रतिशत न्यूनतम आर्द्रता दर्ज की गई।