मौसम का रुख दोबारा बदलाव की ओर, अधिकतम तापमान में गिरावट, जानिए सप्ताह भर के मौसम का हाल
पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार इन दिनों बदलाव की ओर होने से तापमान में भी एकरसता नहीं दिख रही है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार इन दिनों बदलाव की ओर होने से तापमान में भी एकरसता नहीं दिख रही है। बीते चौबीस घंटों में जहां न्यूनतम पारे में इजाफा हुआ वहीं दूसरी ओर अधिकतम पारे में कमी दर्ज की गई। हालांकि अरब सागर में बादलों की सक्रियता का असर अब गुजरात तक पहुंच गया है। हवा का रुख साथ दिया तो बादलों का झोंका उत्तर प्रदेश तक भी दस्तक दे सकता है। सोमवार की सुबह ठंडी हवाआें का जोर रहा और दिन चढ़ने के साथ ही सूरज की रोशनी भी बढ़ती गई और ठंड से लोगाें को दिन चढ़ने के साथ ही राहत भी मिली।
वहीं मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच रविवार को तेज पछुआ हवा चलने से वातावरण में ठंड बढ़ गई है। हालांकि न्यूनतम तापमान में बढ़ाव और अधिकतम तापमान में घटाव रहा। इसके कारण थोड़ी लोगों को राहत भी रही। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पहाड़ों पर लगातार रह रहकर होने वाली बर्फबारी से आने वाले दिनों में ठंडी और भी बढऩे वाली है। पहाडों की ठंडी हवाओं का असर पश्चिमी हवाओं का झोंका लाने लगा है, माह के आखिर तक ठंडी का असर व्यापक तौर पर नजर आने लगेगा।
शनिवार को अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस था, जो कि अगले दिन भी बरकरार रहा। हालांकि न्यूनतम तापमान लगभग एक डिग्री तक बढ़ गया। एक दिन पहले जहां न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस था वहीं रविवार को बढ़कर 15.2 डिग्री पर पहुंच गया। इस दौरान आर्द्रता अधिकतम 85 और न्यूनतम 64 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया जम्मू-कश्मीर से कोल्ड फ्रंट चल दिया है, जिसका असर दिखने लगा है। यही वजह है कि पूर्वांचल में ठंड बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट होगी। ऐसे में लोगों को ठंडी की मार के लिए तैयार रहना पड़ेगा।