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बादलों ने घेरा तो गलन ने डाला डेरा, बारिश ने तोड़ा 10 साल का रिकार्ड, जानिए सप्‍ताह भर के मौसम का हाल

पूर्वांचल में बादलाें ने डेरा कुछ कदर डाल रखा है मानो अब सर्दियों का चरम मध्‍य दिसंबर में ही लाने को आतुर हो।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 08:32 AM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:04 PM (IST)
बादलों ने घेरा तो गलन ने डाला डेरा, बारिश ने तोड़ा 10 साल का रिकार्ड, जानिए सप्‍ताह भर के मौसम का हाल
बादलों ने घेरा तो गलन ने डाला डेरा, बारिश ने तोड़ा 10 साल का रिकार्ड, जानिए सप्‍ताह भर के मौसम का हाल

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में बादलाें ने डेरा कुछ कदर डाल रखा है मानो अब सर्दियों का चरम मध्‍य दिसंबर में ही लाने को आतुर हो। बीते 48 घंटों में बारिश, ओला, ठंड और कोहरे की मार से समूचा पूर्वांचल परेशान हाल नजर आ रहा है। गुरुवार और शुक्रवार को दिन और रात मिलाकर हुई जोरदार बरसात ने दिसंबर माह में तेज बारिश का पिछले 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। इससे पहले दिसंबर 2009, 2014 और 2015 में मामूली बारिश हुई थी। हालांकि इस बार 17.4 मिलीमीटर हुई बारिश के कारण अधिकतम तापमान एक दिन में ही पांच डिग्री सेल्सियस गिर गया। अधिकतम पारा इस समय सामान्‍य से सात डिग्री कम होने के कारण दिन में भी ठंड से लोग कांपते रहे। हालांकि दोपहर में थोडी़ देर के लिए धूप खिली मगर तेजी नहीं दिखी और थोड़ी देर में ही बादलों में धूप गुम भी हो गई।

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शनिवार की सुबह भी ठंड की चादर में लिपटी रही और गलन के साथ सर्द हवा के थपेड़ों ने लोगों को खूब सताया। सुबह हल्‍के कोहरे की चादर समूचे पूर्वांचल में नजर आई मगर दिन चढ़ते ही ठंडी हवाओं के घुल भी गई। शुक्रवार की देर रात तीन बजे हुई बरसात के बाद से तापमान और तेजी से गिरा। शुक्रवार को जहां आसमान में बादल रहे और बारिश हुई अमूमन वही स्थिति शनिवार को भी रही। कुछ इलाकों में रात के बाद सुबह भी बूंदाबांदी हुई है। रात से सुबह तक हुई बारिश और ओला पड़ने के कारण कई जगह जल भराव की स्थिति हो गई। दो दिन से सूर्य के दर्शन नहीं होने से भी गलन में और इजाफा हुआ तो लोग भी अलाव में हाथ सेंकते जगह जगह नजर आए।

बोले मौसम विज्ञानी

मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने कहा कि सतह से करीब ढाई किलोमीटर तक एक साइक्लोन बना हुआ है। इसका असर पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में अधिक रहा। कहा कि जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह स्थिति बनी हुई है। शनिवार एवं रविवार तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा। हालांकि अब बारिश होने की कम ही संभावना है। मगर ठंड में आगे और इजाफा होना तय है। बुधवार से ही पछुआ के बाद भी बादल एवं धूप की लुकाछिपी शुरू हो गई थी। इसी सप्‍ताह के भीतर अब न्‍यूनतम तापमान दस डिग्री तक और अधिकतम पारा बीस डिग्री से कम हो जाएगा। 

10 वर्षों के दौरान दिसंबर में बारिश

1.6 मिमी बारिश दिसंबर 2009 में 
3.0 मिमी बारिश दिसंबर 2014 में
0.3 मिलीमीटर बारिश वर्ष 2015 में 

बीते चौबीस घंटों का मौसम का हाल

बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान सामान्‍य से सात डिग्री कम होकर 18.5 डिग्री तक पहुंच गया जबकि न्‍यूनतम तापमान 15. 4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्‍य से एक डिग्री अधिक था। इस तरह सीजन में पहली बार अधिकतम पारा बीस डिग्री से कम हुआ और अधिकतम और न्‍यूनतम तापमान के बीच लगभग तीन डिग्री का ही फासला रह गया था। इस दौरान आर्द्रता अधिकतम और न्‍यूनतम दोनों ही 88 फीसद दर्ज किया गया। इस दौरान 17.4 मिमी बारिश भी दर्ज की गई है। 


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