#वारदात : डीरेका में कवि सम्मेलन के लिए आए कवियों के साथ लूटपाट और मारपीट
घाट घूम कर वापस जैसे ही ललिता घाट के पास पहुंचकर आपस में फ़ोटो खींच रहे थे तभी 10 से 15 की संख्या में युवक उन्हें गाली गलौज देने लगे।
वाराणसी, जेएनएन। सोमवार शाम को डीरेका कर्मचारी क्लब के गेस्ट हाउस में रुके कई कवि देर रात 1.45 बजे विश्वनाथ मंदिर दर्शन पूजन के लिए निकले थे। जब कनक तिवारी गोला लखीमपुर खीरी, दुर्गेश दुबे लोहता जो अभी मुंबई रहते है व उनके साथी विकास सिंह बौखल बाराबंकी, डॉ. अनिल बौझर रामनगर घाट पर पहुंचे थे। घाट घूमने के बाद वह स्नान करके दर्शन करने का प्लान बनाते उससे पहले ही उनके साथ लूटपाट हो गई। मणिकर्णिका घाट घूम कर वापस जैसे ही ललिता घाट के पास पहुंचकर फोटो लोग खींच रहे थे तभी 10 से 15 की संख्या में युवक उन्हें गाली गलौज देने लगे।
जब दुर्गेश ने इसका विरोध किया तो सभी युवक दोनों को बांस, पत्थर, डंडे से मारने पीटने लगे। कनक की मोबाइल व 8000 रुपये, और दुर्गेश की चेन 13000 रुपये छीनकर भाग गए, कनक और दुर्गेश को सिर में काफी गम्भीर चोट आई है, कनक ने आरोप लगाया कि वह इस घटना के बाबत दशाश्वमेध थाना पहुंचे लेकिन पुलिस ने कहा कि मुकदमा लूट की नही लिखेंगे, मारपीट की लिखगे, जिससे कवियों में पुलिस को लेकर काफी नाराजगी है।कवियों का कहना है कि शाम को डीरेका के रंगशाला में उनका कार्यक्रम है, इसीलिए वह वाराणसी आये है।