आजमगढ़ के तरवां में ग्राम प्रधान को गोलियों से किया छलनी, बवाल के दौरान बालक की मौत
आजमगढ़ के तरवां में ग्राम प्रधान को घर से बुलाकर हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना के बाद बवाल में एक बालक की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत हो गई।
आजमगढ़, जेएनएन। तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में शुक्रवार की शाम बड़ा बवाल हो गया। ग्राम प्रधान को घर से बुलाकर हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना के बाद बवाल इस कदर बढ़ा कि गांव से बोंगरिया बाजार तक पहुंच गया, जहां एक बालक की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत हो गई। उसके बाद आक्रोशित भीड़ ने पुलिस चौकी के सामने खड़ी कई गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। एसपी सिटी समेत कई थानों की फोर्स पहुंचने के बावजूद पुलिस दोनों शवों को कब्जे में नहीं ले सकी थी।
बांसगांव निवासी सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू (42) पुत्र रामसुख राम गांव के प्रधान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मनरेगा के तहत गांव में कुछ दिन पूर्व खोदवाए गए पोखरे को लेकर ग्राम प्रधान का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। शुक्रवार की शाम लगभग पांच बजे गांव के ही एक व्यक्ति ने किसी को भेजकर ग्राम प्रधान को गांव के श्रीकृष्ण पीजी कालेज के पीछे स्थित पोखरे पर बुलाया। वह जब पोखरे पर पहुंचे तो हमलावरों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। सरेशाम हुई हत्या से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कथित हमलावरों के घर को घेर लिया। तरवां इंस्पेक्टर मंजय सिंह को शव उठाने से भी ग्रामीणों ने रोक दिया। एसपी सिटी पंकज पांडेय ने हालात संभालने को बल प्रयोग करना चाहा तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस को हवाई फायङ्क्षरग करनी पड़ गई, लेकिन बेकाबू भीड़ ने पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त करने के साथ बोंगरिया बाजार पहुंचकर चक्का जमा कर दिया। उसी दौरान एक 11 वर्षीय बालक की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत हो गई। इसके बाद तो भीड़ ने पुलिस चौकी बोंगरिया के सामने खड़े कई वाहनों को फूंक डाला। उधर एसपी सिटी ने कई थानों की फोर्स बुला ली। मृत ग्राम प्रधान तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके एक पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। हत्या से परिवार में कोहराम मचा हुआ था।