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एक साथ दो जगह तैनाती की जांच विजिलेंस के हवाले, काशी विद्यापीठ के साथ गोंडा में भी संविदा पर नियुक्त

शारीरिक शिक्षा विभाग महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा अध्यापक पर एक साथ दो संस्थानों में पढ़ाने का आरोप है। विद्यापीठ के अलावा वह डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (फैजाबाद) से संबद्ध नंदिनी नगर पीजी कालेज (गोंडा) में भी संविदा पर तैनात हैं।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:30 AM (IST)
एक साथ दो जगह तैनाती की जांच विजिलेंस के हवाले, काशी विद्यापीठ के साथ गोंडा में भी संविदा पर नियुक्त
शारीरिक शिक्षा विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा अध्यापक पर एक साथ दो संस्थानों में पढ़ाने का आरोप है।

वाराणसी, जेएनएन। शारीरिक शिक्षा विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा अध्यापक पर एक साथ दो संस्थानों में पढ़ाने का आरोप है। विद्यापीठ के अलावा वह डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (फैजाबाद) से संबद्ध नंदिनी नगर पीजी कालेज (गोंडा) में भी संविदा पर तैनात हैं। यही नहीं उन्होंने दोनों संस्थानों का वेतन भी उठाया। शिकायती पत्र को शासन ने गंभीरता से लेते हुए धोखाधड़ी की जांच विजिलेंस को सौंप दी है।

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बिहार निवासी सुधांशु कुमार सिंह ने इस संबंध में कुलपति, कुलसचिव, शासन से लगायत राजभवन तक से शिकायत भी की है। इसमें यह दावा किया गया है कि विद्यापीठ के शारीरिक विभाग में संविदा पर कार्यरत बालरूप यादव पुत्र रामू यादव नंदिनी नगर पीजी कालेज (गोंडा) में भी कार्य कर रहे हैं। दोनों स्थानों पर नियुक्त होने का बकायदा उन्होंने साक्ष्य भी संलग्न किया है। कुलसचिव की ओर से छह सितंबर 2017 को जारी परिपत्र में बालरूप को काशी विद्यापीठ में वर्ष 2008 वर्ष 2013 तक संविदा पर खेलकूद प्रशिक्षक (कोच) पद पर कार्य करने का स्पष्ट उल्लेख है। वहीं सत्र 2013-14 से अद्यतन संविदा अध्यापक (प्रतिमाह निश्चित मानदेय) बताया गया है। वहीं दूसरी ओर डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (फैजाबाद) व नंदिनी नगर पीजी कालेज के प्राचार्य की ओर से 29 मार्च 2014 को जारी परिपत्र में भी बालरूप यादव पुत्र रामु यादव को 28 जनवरी 2010 तक शारीरिक शिक्षा विभाग में संविदा पर प्राध्यापक बताया गया है। दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से जारी परिपत्र से स्पष्ट है कि बालरूप कई वर्षों तक दो-दो संस्थाओं में एक साथ काम करते रहे। बालरूप पर विद्यापीठ को सौंपे शपथपत्र में नंदिनी नगर पीजी कालेज में भी संविदा पर अध्यापक होने का तथ्य छिपाने का भी आरोप है। शिकायतकर्ता सुधांशु ने फर्जीगिरी व वित्तीय अनियततता का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से कार्रवाई का अनुरोध किया है। वहीं बालरूप ने सभी आरोपों को खारिज किया है। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने कहा कि विजिलेंस जांच के संबंध में अब तक कोई पत्र नहीं मिला है।


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