पुलिस की क्रूरता का एक और वीडियो वायरल, सड़क पर अर्धनग्न शख्स पर चले लात-घूंसे
वीडियो को बनारस के फूलपुर इलाके का बताया गया है जिसमें पुलिस जीप के पास दारोगा और सिपाही सड़क पर अर्धनग्न व्यक्ति को लात-जूते और घूंसे से पीटते हुए दिख रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। पुलिस की एक क्रूर कारस्तानी सामने आई है। ट्विटर के जरिए वायरल हुए वीडियो को बनारस के फूलपुर इलाके का बताया गया है जिसमें पुलिस जीप के पास दारोगा और सिपाही सड़क पर अर्धनग्न व्यक्ति को लात-जूते और घूंसे से पीटते हुए दिख रहे हैं। पुलिसवाले उसे हर तरफ से लात मारते नजर आ रहे हैं। शासन तक मामला पहुंचने पर आईजी ने सीओ पिंडरा को जांच सौंप दी है।
मुंबई हाईकोर्ट के अधिवक्ता और सोशल वर्कर जयकर मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी तथा आईजी रेंज वाराणसी के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए ये वीडियो अपलोड किया है। जयकर ने इसे फूलुपर में देवजी गांव का वीडियो बताते हुए सवाल किया है कि अगर यह व्यक्ति अपराधी भी होता तो पुलिस को इस तरह सजा देने का अधिकार किसने दिया है? वीडियो में पुलिसवालों द्वारा बेरहमी से पीटा जा रहा व्यक्ति सिर्फ लुंगी या गमछा लपेटे दिख रहा है। तन पर और कोई कपड़ा नहीं है। सड़क पर कुछ कपड़े बिखरे हैं। पास में पुलिस की जीप और वहीं ट्रक खड़ा दिख रहा है। एक गनर समेत दो-तीन पुलिसवाले उसे पीटते नजर आ रहे हैं।
उनमें एक शायद दारोगा या इंस्पेक्टर है जो निरीह व्यक्ति पर लात से बार-बार हमला कर रहा है। गनर भी लात और घूंसे बरसा रहा है। यानी उसे चारों तरफ से पीटा जा रहा है। पिट रहा शख्स कभी इधर गिरता है तो कभी उधर लेकिन उसे रहम की भीख नहीं मिलती दिख रही है। उसका क्या अपराध था, यह तो पता नहीं चल सका है लेकिन वह मानसिक रूप से दिव्यांग शख्स लग रहा है। फूलपुर थाना प्रभारी श्यामबाबू का कहना है कि उन्हें ऐसे किसी वाकये और वीडियो का पता नहीं है। सीओ पिंडरा अनिल राय कहते हैं कि वह मामले की जानकारी ले रहे हैं।