विंध्य परिक्रमा पथ के लिए 80 संपत्तियों का सत्यापन, नगर पालिका परिषद और तहसीलकर्मियों ने किया सत्यापन
उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकता मेें शामिल विंध्यवासिनी कारिडोर के लिए प्रशासन ने सक्रियता दिखानी शुरू की है।
मीरजापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकता मेें शामिल विंध्यवासिनी कारिडोर के लिए प्रशासन ने सक्रियता दिखानी शुरू की है। नगर पालिका परिषद और तहसील के अधिकारियों, कर्मचारियों की टीम लगातार क्षेत्र में संपत्तियों का सत्यापन कर रही है। इसी क्रम में बुधवार व गुरुवार को परिक्रमा पथ में आने वाले भवनों, दुकानों व किराएदारों का सत्यापन किया गया।
नगर पालिका परिषद के कर अधीक्षक अजय जायसवाल ने बताया कि गुरुवार शाम तक 80 संपत्तियों का सत्यापन किया गया, बाकी बची संपत्तियों का सत्यापन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें मकान मालिक, दुकान मालिक, किराएदार आदि की जानकारी नोट की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि किसी संपत्ति पर किसी तरह का विवाद, दखल या किराएदारी का विवाद तो नहीं चल रहा है। इस क्रम में आम लोगों व प्रशासन के बीच सहमति बनाने का काम भी किया जा रहा है ताकि नवरात्र के बाद विंध्यवासिनी कारिडोर का काम शुरू कराया जा सके।
विंध्यवासिनी कारिडोर परिक्रमा पथ में प्रशासन द्वारा 92 संपत्तियों के 60 मालिकों की सूची तैयार की गई है। अब नगर पालिका व तहसील कर्मी इसका भौतिक सत्यापन कर रहे हैं। शासन पहले ही कह चुका है कि दुकान के बदले दुकान व मकान के बदले मकान की नीति पर लोगों को संतुष्ट किया जाएगा। साथ ही आम दर्शनार्थियों की सहूलियत के लिए सड़कों का चौड़ीकरण व अन्य विकास कार्य पूरे किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि इसकी डिटेल रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।