रोहित वेमुला मामले में निर्णय आज, रैगिंग-बचाव के लिए फाइव प्वाइंट फार्मूला
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला खुदकशी मामले में जस्टिस अशोक रूपनवाल कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस मामले में मंत्रालय निर्णय करेगा।
वाराणसी (जेएनएन)। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की खुदकशी मामले में जस्टिस अशोक रूपनवाल कमेटी ने जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है। शुक्रवार को इस मामले में मंत्रालय निर्णय करेगा। उन्होंने रिपोर्ट के बारे में और कुछ भी बताने से इन्कार किया। बोले, जल्द ही सब कुछ सामने होगा। उधर, हैदराबाद विवि के कुलपति प्रो. अप्पराव पोडिल ने कहा कि हम अब वेमुला के मामले को भुलाकर आगे बढ़ रहे हैं। विवि में पठन-पाठन का माहौल पटरी पर आ चुका है।
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केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ बैठक के बाद जावड़ेकर ने कहा कि रोहित वेमुला जैसी घटना अन्य किसी शिक्षण संस्थान में न हो इसके लिए फाइव प्वाइंट फार्मूला तैयार किया गया है। इसके तहत विश्वविद्यालयों व शैक्षणिक संस्थाओं में इंडक्शन कोर्स चलाया जाएगा। ऐसी पहल आइआइटी बीएचयू ने छह सप्ताह तक कोर्स चलाकर की है। शैक्षणिक संस्थान अपनी सुविधा के अनुसार इंडक्शन कोर्स तीन दिन, सात दिन या छह सप्ताह तक संचालित कर सकते हैं। इसके अलावा छात्रों के लिए काउंसिलिंग मैकेनिज्म भी मुहैया कराया जाएगा। छात्रों की ओर से आनी वाली शिकायतों को सुलझाने के लिए सुदृढ़ ग्रिवांस सेल हो जो किसी भी तरह का मामला संज्ञान में आने पर तनिक भी लापरवाही न बरते। वरिष्ठ छात्र मेंटोङ्क्षरग करें और छात्रों व अध्यापकों का आपस में अच्छा संवाद का सिलसिला बना रहे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दे दिया गया है कि अपने यहां इन पांच प्वाइंट के फार्मूले को अविलंब लागू करें ताकि भविष्य में कहीं वेमुला जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए।
फाइव प्वाइंट फार्मूला
- इंडक्शन कोर्स का संचालन
- काउंसिलिंग मैकेनिज्म की सुविधा
- सुदृढ़ ग्रिवांस सेल का गठन
- मेंटोरिंग मैकेनिज्म की बहाली
- आपसी संवाद कायम करना