खराब है आजगढ़ से बीएचयू के शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स में आए वेंटिलेटर, मंडलायुक्त को भी लिख पत्र
कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में आजमगढ़ से आए वेंटिलेटर में खराबी है। इसके कारण इसका संचालन नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन ने डीजीएमओ एवं मंडलायुक्त को भी लिख दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में आजमगढ़ से आए वेंटिलेटर में खराबी है। इसके कारण इसका संचालन नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन ने डीजीएमओ एवं मंडलायुक्त को भी लिख दिया है। साथ ही वेंटिलेटर के पूर्जे को भी ढूंढा जा रहा है ताकि उसकी खरीदी की जा सके।
बीएचयू के शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स के तीसरे तल पर 100 बेड का बच्चा कोरोना वार्ड बनाया जा रहा है। इसमें 50 फीसर पीकू यानी पीडियाट्रिक आइसीयू भी शामिल हैं। इसके इसके साथ ही प्रशासन ने आजमगढ़ से भी 30 वेंटिलेटर मंगाए गए हैं ताकि आपात स्थिति में इसका उपयोग कर निपटा जा सके। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया के आजमगढ़ से आए सभी 30 वेंटिलेटर चल नहीं पा रहे हैं। कारण कि उसमें कोई पार्ट नहीं है। वह पार्ट बाजार में भी नहीं मिल रहा है। इसके लिए कंपनी से भी संपर्क साधा गया है। ताकि उस यंत्र को मंगाकर वेंटिलेटर का उपयोग किया जा सके। इसके साथ ही डीजीएमओ को भी लिखा गया है। बताया कि दरअसल, बनारस में पूर्वांचल से लेकर बिहार तक के भी मरीज आते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यह तैयारी की जा रही है। शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स में बच्चों के लिए जो 100 बेड के साथ ही एमसीएच (मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य) विंग में भी तैयारी की जा रही है। ताकि आने वाली स्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हो सके।
ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, तीन सिलेंडर, आक्सी मीटर, जेनेरेटर सहित संसाधन पहुंचा टिकरी स्वास्थ्य केंद्र
चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू द्वारा टिकरी में संचालित स्वास्थ्य केंद्र पर गुरुवार को इंडोलॉजी क्लासिक इनपुट सोसाइटी की तरफ से मरीजों के इलाज करने लिए ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर , तीन सिलेंडर, आक्सीमीटर, जनरेटर, पीपीई किट और सैनिटाइजर प्रेशर मशीन दिया गया। इस मौके पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर टीसी मिश्रा और अजय दुबे को संस्था के डायरेक्टर सन्तोष कुमार द्विवेदी ने सामानों को सौंपा। स्वास्थ केंद्र पर आक्सीजन सहित अन्य मेडिकल सुविधा होने से आसपास के ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार मिल जाएगा।
केंद्र पर तैनात डॉक्टर पुष्कर और धरणीधर ने संस्था का आभार व्यक्त किया।केंद्र पर उपस्थित डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखकर अप्रैल माह में सामुदायिक केंद्र पर ऑक्सीजन सहित अन्य उससे जुड़े मेडिकल किट उपलब्ध कराने की मांग विश्वविद्यालय प्रशासन से की गई थी। टिकरी और उसके आसपास के गांवों में कोरोना के संक्रमण से कई लोगों ने आक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया था।पिछले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी टिकरी में कोरोना संक्रमित परिवारों से मिलने आये थे जिस समय पूर्व प्रधान सुशील सिंह कक्कू ने विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह और एसडीएम सदर प्रमोद पांडेय से समस्या बताई थी जिसके बाद यह यह पहल हुई है।