खाड़ी देशों को परोसेंगे मखमली कालीन, हैंडनाटेड कारपेट में फूल-पत्ती वाले डिजाइन पर फोकस ज्यादा
आपदा को अवसर में बदलने का हुनर भारतीय निर्यातकों को अच्छी तरह आता है। 29 सितंबर से एक अक्टूबर के मध्य आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड समेत चार देशों से दूसरे वर्चुअल कारपेट फेयर में शुरू हुई भारतीय कालीन निर्यातकों की कारोबारी डील सकारात्मक मोड़ पर है।
भदोही, जेएनएन। आपदा को अवसर में बदलने का हुनर भारतीय निर्यातकों को अच्छी तरह आता है। 29 सितंबर से एक अक्टूबर के मध्य आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड समेत चार देशों से दूसरे वर्चुअल कारपेट फेयर में शुरू हुई भारतीय कालीन निर्यातकों की कारोबारी डील सकारात्मक मोड़ पर है। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) की मानें तो करीब सौ करोड़ का कारोबार हो सकता है।
बड़ी बात यह रही है कि यह चारों देश अभी तक चीन से कारोबारी रिश्ते निभा रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी के बाद हालात बदले हैं। यह देश चीन का विकल्प खोज रहे थे, वर्चुअल फेयर के जरिये भारत ने मजबूत पकड़ बना ली है। चारों देशों के 76 आयातकों से 50 भारतीय निर्यातकों की बात हो रही है। कई निर्यातकों ने अपने सेंपल भी भेज दिये हैं। बहुतों को पसंद भी आया है, इसलिये अब सीईपीसी नवंबर में प्रस्तावित तीसरे फेयर के लिये पूरे दम से जुट गई है।
तैयार होने लगे सेंपल, दिखाएंगे आकर्षक डिजाइन
खाड़ी देश के ग्राहकों की पसंद के अनुसार सैंपल तैयार किये जा रहे हैं। वहां पर मखमली कालीन खूब पसंद किये जाते हैं। हाईक्वालिटी के हैंडनाटेड में रूचि ली जाती है। माडर्न फूल-पत्ती वाले कालीन भी उन्हें खूब भाते हैं। फेयर में निर्यातकों के स्टाल अभी स्पष्ट नहीं है, फिर भी तैयारियां तेज है। दुबई, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान व शारजाह में पहले से ही भारतीय कालीन लोकप्रिय हैं।
खाड़ी देशों में परंपरागत डिजाइनों के हैंडनाटेड कालीन अधिक पसंद
खाड़ी देशों में परंपरागत डिजाइनों के हैंडनाटेड कालीन अधिक पसंद किये जाते हैं। दुबई, शारजाह व कतर में नीची गुणवत्ता के हैंडलूम उत्पादों की मांग है। ग्राहक रंग बिरंगे फूल-पत्तियों वाले कालीन भी पंसद करते हैं। तैयारी चल रही है।
- संजय गुप्ता, निर्यातक
खाड़ी देश के ग्राहक हाई क्वालिटी के मखमली कालीन अधिक पंसद करते हैं
भारत से खाड़ी देशों के बेहतर संबंधों को देखते हुए वर्चुअल फेयर को सफलता मिलना तय है। खाड़ी देश के ग्राहक हाई क्वालिटी के मखमली कालीन अधिक पंसद करते हैं। इसी दिशा मेें तैयारी चल रही है।
- उमेश गुप्ता मुन्ना, वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य, सीईपीसी
नए आयातकों से व्यवसायिक संबंध कायम हो रहे
नए आयातकों से व्यवसायिक संबंध कायम हो रहे। खाड़ी देशों के पुराने ग्राहकों को साधने के साथ नए ग्राहक भी मिलेंगे। तीसरे वर्चुअल फेयर की योजना तैयार की गई है। जल्द ही तिथि भी घोषित कर दी जाएगी।
- संजय कुमार, अधिशासी निदेशक, सीईपीसी