वाराणसी में बंद रही सब्जी मंडियां, पहली तारीख को खुला रखने का डीएम ने दिया था आदेश
डीएम कौशल राज शर्मा ने सब्जी मंडियों को महीने की पहली तारीख को खुला रखने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद ज्यादातर सब्जी मंडी बंद रही।
वाराणसी, जेएनएन। डीएम कौशल राज शर्मा ने सब्जी मंडियों को महीने की पहली तारीख को खुला रखने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद ज्यादातर सब्जी मंडी बंद रही। इस कारण लोगों को सब्जियों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।
सब्जी मंडियां और विक्रेता वर्षों से महीने की पहली तारीख को बंदी रखते हैं। इसी को देखते हुए जिलाधिकारी ने दुकाने खोले रखने का निर्देश दिया था। आदेश समाचार पत्रों में प्रकाशित तो हुआ लेकिन यह सभी तक पहुंच नहीं सका। इस कारण मंडियां बंद रहीं। पूर्व की भांति पंचकोशी, भोजूबीर, सुंदरपुर, दशाश्वमेध, पांडेयपुर, मंडुवाडीह और शिवपुर आदि मंडियों में ना के बराबर सब्जी विक्रेता और किसान पहुंचे। इस कारण सब्जी लेने के लिए मंडियों में फुटकर दुकानदार भी नहीं पहुंचे। इस दौरान केवल पहडिय़ा राजकीय थोक मंडी खुली रही। शहर में मदर डेयरी की भी सब्जी दुकानें खुली रहीं। इस कारण कुछ लोगों को राहत मिली।
खुलेंगी दूध सट्टिïयां, शारीरिक दूरी का करना होगा पालन
लॉकडाउन के दौरान दूध सट्टियां खुली रहेंगी। बाहर से दूध लेकर आने वालों को नहीं रोका जाएगा। हां, यह जरूर ध्यान रखा जाए कि सट्टी में भीड़ न लगने पाए। लोग शारीरिक दूरी बनाकर दूध की खरीद-बिक्री करें।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ये आदेश बुधवार को कैंप कार्यालय पर दुग्ध उत्पादकों की बैठक में दिए। दुग्ध उत्पादकों ने डीएम को बताया कि भैंस का दूध 56 तथा गाय का दूध 46 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। जिलाधिकारी ने चेताया कि दूध की कीमतों में बढ़ोतरी न की जाए। कहा कि यथासंभव न्यूनतम मूल्य पर तथा निर्बाध आपूर्ति बनाए रखें। दूध वाहन के आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। कहीं दिक्कत आए तो मुझे बताएं। वैसे, पहले से ही आवश्यक सेवाओं से जुड़ी गाडिय़ों को नहीं रोकने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए हैं। बैठक में अमूल, पराग, पारस, मदर समेत स्थानीय डेयरियों के प्रतिनिधि थे।