वाराणसी बनेगा वाटर स्पोर्ट्स का हब, वाटर स्पोर्ट्स के लिए मिले दो नए कोच : आनंदेश्वर पांडेय
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब जल्द ही बीस अलग अलग खेलों में खिलाड़ियों की नई पौध अंकुरित होगी और यह विश्व पटल पर काशी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखेंगे। इसके लिए खेल मंत्रालय ने वाराणसी की मेधाओं को मंच देना शुरू भी कर दिया है।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब जल्द ही बीस अलग अलग खेलों में खिलाड़ियों की नई पौध अंकुरित होगी और यह विश्व पटल पर काशी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखेंगे। इसके लिए खेल मंत्रालय ने वाराणसी की मेधाओं को मंच देना शुरू भी कर दिया है।
वाराणसी और आसपास से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की खेप निकलनी शुरू हो गई है। यह गति अब आगे और भी तेजी से बढ़े इसके लिए प्रदेश सरकार ही नहीं बल्कि ओलिंपिक संघ ने भी पहल शुरू की है। अब वाराणसी में ओलिंपिक में शामिल बीस अलग अलग खेलों की प्रतिभा को निखारने के लिए नए सिरे से तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इसी कड़ी में इसी माह दो नए कोच भी वाराणसी को प्रदेश सरकार की ओर से उपलब्ध करा दिए गए हैं। इंडोर खेलों के लिए सिगरा स्टेडियम, वाटर स्पोर्र्ट्स के लिए गंगा में शूलटंकेश्वर से लेकर राजघाट और आउटडोर खेलों के लिए लालपुर स्टेडियम में नए सत्र से काम शुरू होना है।
वाटर स्पोर्ट्स का हब : वाराणसी में गंगा में साल भर खूब पानी रहता है। इसलिए यहां पर वाटर स्पोर्ट्स का हब बनाने की तैयारी अब इन दिनों परवान चढ़ रही है। इस बाबत भारतीय ओलिंपिक संघ के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय ने मंगलवार को दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेलों को बढ़ावा देने के लिए अभियान को उनके संसदीय क्षेत्र में ही सबसे अधिक बढ़ावा देने की तैयारी है।
पीएम के पहल का असर : ओलिंपिक संघ के कोषाध्यक्ष के अनुसार खेलों को महत्व देने से पूर्वांचल ही नहीं बल्कि देश भर में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। पीएम के इस पहल से आने वाले दिनों में भारत खेलों में नई शक्ति बन कर उभरेगा। उन्होंने कहा कि रियो ओलिंपिक से टोक्यो ओलिम्पिक में भारत पहले की अपेक्षा अब और अधिक पदक जीतेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी विशेष ध्यान वाराणसी पर है।
तीन महत्ववूर्ण स्थल : सिगरा में इन दिनों इंडोर स्टेडियम की योजना पर भी काम चल रहा है। वहीं आउटडोर के लिए एथलेटिक्स के लिहाज से डा. भीमराव आंबेडकर क्रीडा संकुल लालपुर के अलावा वाटर स्पोर्टस को बढ़ावा देने के लिए शूलटंंकेश्वर से लेकर राजघाट तक का स्थान फाइनल किया गया है। प्रदेश सरकार जल आधारित खेलों के लिए वाराणसी में महिला और पुरुष कोच की भी नियुक्ति इस माह कर दी है।
बीस ओलिंपिक खेलों का बनारस हब : सरकार की पहल पर मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, निशानेबाजी और हॉकी सहित बीस अलग- अलग ओलिंपिंक में शामिल खेलों को बनारस में बढ़ावा दिया जाएगा। इन खेलों में खिलाड़ियों के जीतने की अधिक संभावनाएं ओलिंपिक कमेटी को लग रही हैं।