Varanasi: 20 रुपये की शराब के लिए युवक की हत्याकर नदी में फेंका शव, स्कूटी जलाकर सूखे कुएं में फेंकी
मुन्ना राय व रंजीत ने रुपये मिलाकर 120 रुपये की शराब खरीदी। इसमें 50 रुपये रंजीत व 70 रुपये मुन्ना ने दिया था। अधिक रुपये देने की वजह से मुन्ना अधिक शराब पीने की जिद करने लगा। इस पर रंजीत से उसकी लड़ाई होने लगी।
संवाद सूत्र, वाराणसी: 20 रुपये की शराब के लिए भदोही के मोढ़ निवासी रंजीत सिंह की ईंट से मारकर हत्या की गई थी। उसकी स्कूटी को जलाकर कुएं में फेंक दिया गया था। यह राजफाश शनिवार को डीसीपी गोमती जोन विक्रांत वीर ने किया। इस मामले में दो आरोपितों कपसेठी थाना क्षेत्र के बनौली के मुन्ना राम व भगवान राम को गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी ने बताया कि बड़ागांव थाना क्षेत्र के बलुआघाट इसरवार के पास वरुणा नदी में 15 जनवरी को युवक की लाश मिली थी। उसकी पहचान रंजीत सिंह के रूप में हुई। वह कई दिनों से लापता था। उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट स्वजनों ने आठ जनवरी को कपसेठी थाने में दर्ज कराई थी। शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पुलिस को हत्या करने की जानकारी हुई। इस पर 22 जनवरी को अज्ञात के खिलाफ हत्या मुकदमा दर्ज करके पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी।
शनिवार को जानकारी मिली कि रंजीत की हत्या के दोनों आरोपित बाजार कालिका के बबुरहनिया तिराहा के पास मौजूद हैं। कपसेठी थाना प्रभारी सतीश यादव, सब इंस्पेक्टर अरविंद यादव, गौरव सिंह, चंद्रभूषण समेत अन्य पुलिसकर्मियों संग घेरेबंदी करके उनको गिरफ्तार कर लिया।
अधिक शराब मांगने पर हुई लड़ाई
हत्यारोपितों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पांच जनवरी को रंजीत स्कूटी से अपनी भाभी व पत्नी को इलाज के लिए कपसेठी ले आया था। दोनों को आटो से भाभी के मायके गहरपुर भेजने के बाद खुद शराब पीने के लिए बाजार कालिका में ठेके पर गया। नशे की हालत में वहां से निकला तो उसकी मुलाकात थोड़ी दूर ही मौजदू आरोपितों मुन्ना राम व भगवान राम से हुई। दोनों से उसने गहरपुर गांव जाने का रास्ता पूछा। दोनों उसकी सहायता के लिए साथ जाने को तैयार हुए।
इसी दौरान एक बार फिर रंजीत ने शराब पीने की इच्छा जताई। मुन्ना राय व रंजीत ने रुपये मिलाकर 120 रुपये की शराब खरीदी। इसमें 50 रुपये रंजीत व 70 रुपये मुन्ना ने दिया था। अधिक रुपये देने की वजह से मुन्ना अधिक शराब पीने की जिद करने लगा। इस पर रंजीत से उसकी लड़ाई होने लगी। मुन्ना ने ईंट से उसके सिर पर वार दिया जिसके वह बेहोश हो गया।
पुलिस व पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या के समय में अंतर
पुलिस के अनुसार रंजीत की हत्या पांच जनवारी की हुई। 15 जनवरी को उसकी लाश बरामद हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का समय 12-13 जनवरी बताई जा रही है। इतने दिनों के अंतर के बारे में डीसीपी गोमती जोन विक्रांत वीर का कहना है इसकी जांच कराई जा रही है। अधिकारियों का कहना रहा कि हत्यारे रंजीत को बेहोशी की हालत में नदी के पानी में न फेंककर बाहर ही छोड़ दिए होते तो हो वह बच सकता था।
स्कूटी जलाकर कुएं में फेंका
दोनों आरोपित बेहोश रंजीत को उसकी ही स्कूटी पर लादकर बलुआघाट इसरवार के पास ले गए। वहां रंजीत को वरुणा नदी में फेंक दिया। कालिकाधाम पुल के नीचे स्कूटी में आग लगा दी। उसके अवशेष को बोरे में भरकर बनौली गांव स्थित सूखे कुएं में फेंक दिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से अवशेष बरामद कर लिया।
फुटेज से हुआ राजफाश
मामले की जांच में जुटी पुलिस को जानकारी मिली थी कि रंजीत शराब पीने कालिका बाजार स्थित शराब ठेके पर गया था। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाल गया तो हत्यारोपित उसके साथ शराब खरीदते नजर आए।
पैरोल पर है हत्यारोपित
हत्यारोपित मुन्ना वर्ष 2013 में गांव के ही जिज्जू की हत्या में उम्रकैद की सजा पा चुका है। हाईकोर्ट से दो महीने के पैरोल है। भगवान राम बिजली विभाग में संविदा कर्मी था। शराब की लत की वजह से उसे हटा दिया गया था। डीसीपी जोन ने राजफाश करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रुपये नकद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा किया है।