जीवन रूपी गाड़ी का ड्राइवर परमात्मा : प्रभु सूरीश्वर
जागरण संवाददाता वाराणसी हर्ष-हर्ष और जय-जय उद्घोष के बीच श्वेताम्बर जैन समाज के तीन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : हर्ष-हर्ष और जय-जय उद्घोष के बीच श्वेताम्बर जैन समाज के तीन जैन मुनियों ने अपने 65 साधु व साध्वियों के साथ शुक्रवार को भेलूपुर स्थित आइपी विजया के पास पहुंचे। वे अहमदाबाद से कोलकाता की दो हजार किमी की पैदल यात्रा के क्रम में यहां पहुंचे थे। इनमें 20 साधु व 45 साध्वियां शामिल हैं।
काशी के श्वेताम्बर जैन मतावलंबी उन्हें बड़े ही उत्साह व श्रद्धा से भेलूपुर जैन श्वेताम्बर मंदिर ले गए। श्वेताम्बर जैन मुनि विजय मुक्ति प्रभ सूरीश्वर, विजय अक्षय भद्र सूरीश्वर और विजय पुण्य प्रभु सूरीश्वर के संग जब पदयात्रा आइपी विजया के पास पहुंची तो लोगों ने फूलों की वर्षा की। जैन मुनि विजय मुक्ति प्रभु सूरीश्वर ने कहा कि परमात्मा भक्ति से ही जीवन में शांति, मरण में समाधि व परभव में सदगति प्राप्त होती है। परमात्मा ही जीवन रूपी गाड़ी का ड्राइवर है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जैन श्वेताम्बर तीर्थ सोसाइटी के प्रधानमंत्री सुशील कुमार, सुभाष चंद्र, अनिल चंद्र, प्रदीप कोठारी, राहुल कुमार, आदेश भाई उपस्थित थे। जैन श्वेताम्बर मंदिर के सुशील जैन के अनुसार अभी तक जैन साधु व साध्वियों ने 13 हजार किमी की पैदल यात्रा पूरी कर ली है। वे अदलहाट के रास्ते के रास्ते काशी की सीमा में प्रविष्ट हुए। दो दिवसीय काशी प्रवास के पश्चात शेष सात सौ किमी की कोलकाता के लिए इनकी पैदल यात्रा रविवार की सुबह आरंभ होगी। फरवरी के दूसरे सप्ताह से अहमदाबाद से शुरू हुई यह पैदल यात्रा नौ जुलाई को कोलकाता पहुंचेगी। वहीं पर जैन मुनि अपने संघ के साथ चातुर्मास करेंगे।