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शाइन सिटी से जुड़े जालसाजों को गैर राज्यों से गिरफ्तार करने पर वाराणसी पुलिस कमिश्‍नर ने टीम को किया सम्‍मानित

करोड़ों की ठगी करने वाली शाइन सिटी इंफ्रा कंपनी के जालसाजों को अन्य राज्यों से गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उनके हाथों सम्मान पाकर टीम में शामिल निरीक्षक उपनिरीक्षक व कांस्टेबल गदगद दिखे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 10:51 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 10:51 PM (IST)
शाइन सिटी से जुड़े जालसाजों को गैर राज्यों से गिरफ्तार करने पर वाराणसी पुलिस कमिश्‍नर ने टीम को किया सम्‍मानित
शाइन सिटी फ्राड केस के सफल खुलासे में शामिल 30 पुलिसकर्मियों को पुलिस कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। करोड़ों की ठगी करने वाली शाइन सिटी इंफ्रा कंपनी के जालसाजों को अन्य राज्यों से गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उनके हाथों सम्मान पाकर टीम में शामिल निरीक्षक, उपनिरीक्षक व कांस्टेबल गदगद दिखे। सम्मानित होने वाली टीम में दो महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं। उनका कहना था कि हम तो केवल ड्यूटी करते हैं, जब किसी विशेष टास्क के लिए उच्चाधिकारी शाबाशी देते हैं तो यह लगता है कि सही मायने में हमने कुछ बेहतर किया है।

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पुलिस आयुक्त शाइन सिटी मामले की खुद निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने एक तरफ शासन ने इनाम घोषित कराया तो दूसरी ओर अलग - अलग टीम बनाकर बिहार से आरोपित मुश्ताक, आलम, पश्चिम बंगाल से आर्यन भार्गव, राजस्थान से राजीव सिंह, झारखंड से मीरा श्रीवास्तव की गिरफ्तारी कराई। सम्मानित होने वालों में अंजनी पांडेय, प्रकाश सिंह, राजकुमार पांडेय, प्रभाकर सिंह, शैलेश यादव, सुमित सिंह, अनुग्र ह वर्मा, सुरेंद्र मौर्या, विनय सिंह, राम बाबू, अमित शुक्ला, मिथिलेश यादव, दिव्या सिंह व रोहित पांडेय आदि शामिल थे।

अधिकारी से कांस्टेबल तक को जल्द मिलेंगे स्मार्ट आइकार्ड

कमिश्नरेट पुलिस में चाहे अधिकारी हो या कांस्टेबल, हर कोई स्मार्ट आई कार्ड साथ लेकर चलेगा। किसी खास आयोजन और मौके पर गले में यह स्मार्ट आई कार्ड लटकाए भी रखेंगे। जल्द ही करीब तीन हजार आइ कार्ड वितरीत किए जाएंगे। बारकोड नुमा आई कार्ड को स्कैन करते ही संबंधित पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों की पहचान मालूम हो जाएगी। यही नहीं, आइडी पर नाम, पता, थाना के साथ ही ब्लड ग्रुप भी दर्ज होगा, ताकि किसी को ब्लड की आवश्यकता तो एक काल पर पुलिस अधिकारी और कर्मी पहुंच सकेंगे। पीछे के हिस्से में क्यूआर कोड, घर का पता, ड्यूटी का स्थान व मोबाइल नंबर अंकित होगा। इस कार्ड को उन्हें धारण करना होगा। खास कर वीवीआइपी ड्यूटी में इसे अनिवार्य किया जाएगा। क्यूआर कोड जनरेट करने पर संबंधित की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।


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