वाराणसी एयरपोर्ट पर प्रतिदिन ढाई से तीन हजार पर्यटकों का हो रहा आवागमन
काशी की छटा मनोरम होने के साथ सबसे अलग है। यहां की छटा देखने के लिए वैसे तो बारहो महीने पर्यटकों का आवागमन होता है लेकिन ठंड के साथ इनकी संख्या बढ़ गई है।
वाराणसी, जेएनएन। काशी की छटा मनोरम होने के साथ सबसे अलग है। यहां की छटा देखने के लिए वैसे तो बारहो महीने पर्यटकों का आवागमन होता है लेकिन ठंड के मौसम के साथ इनकी संख्या बढ़ गई है। वाराणसी में भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है। एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रतिदिन काफी संख्या में विदेशी पर्यटक वाराणसी में घूमने के लिए आ रहे हैं। इन पर्यटकों की संख्या गर्मी में जहां प्रतिदिन पांच सौ से एक हजार सीमित रहती है वहीं ठंड में यह संख्या प्रतिदिन करीब पचीस सौ से तीन हजार तक पहुंच गई है। घरेलू यात्रियों की संख्या में अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई है।
वाराणसी एयरपोर्ट से बैंकाक, श्रीलंका, काठमांडू, शारजाह के लिए सीधी विमान सेवा संचालित होती है। इनमें कुछ विमानें सीजनल हैं। ठंड में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विमानन कंपनियां उन्हें प्रारम्भ करती हैं। शारजाह की विमान सेवा नियमित है। जहां कुछ विदेशी पर्यटक बैंकाक, श्रीलंका, काठमांडू से वाराणसी आते हैं तो वहीं अधिकतर पर्यटक दिल्ली मुंबई व अन्य एयरपोर्ट से वाराणसी भ्रमण के लिए पहुंचते हैं।
देसी पर्यटकों की संख्या में अभी कमी : वर्तमान समय में जहां विदेशी पर्यटकों की संख्या के आवागमन में वाराणसी एयरपोर्ट पर इजाफा हुआ है वहीं देशी पर्यटकों की काफी कम संख्या देखने को मिल रही है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि इस समय बच्चों की शिक्षा व अन्य आवश्यकताओं के चलते अधिकतर व्यक्ति परिवार के साथ कहीं भ्रमण करने नहीं निकलते हैं। यही कारण है की विदेश या किसी अन्य राज्य में भी भ्रमण करने हेतु जाने वाले देशी पर्यटकों की संख्या कम है।