Varanasi News: ईंट-भट्ठे की दीवार गिरने से दो महिलाओं की मौत, तीन घायल; कोयला बीनने के समय हुआ हादसा
Varanasi News- बड़ागांव थाना क्षेत्र के अनौरा गांव में हुई घटना की जानकारी होने पर जिलाधिकारी डीसीपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी में दुर्घटना का फुटेजा देखा। मृतकों के स्वजन को आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है।
हरहुआ, जागरण टीम: ईंट भट्ठे पर दीवार गिरने से कोयला बीन रहीं चार महिलाएं उसकी चपेट में आ गईं। दो महिलाओं की मौके पर मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गईं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़ागांव थाना क्षेत्र के अनौरा गांव में हुई घटना की जानकारी होने पर जिलाधिकारी, डीसीपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी में दुर्घटना का फुटेजा देखा। मृतकों के स्वजन को आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है। एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची थी।
सिगरा के रहने वाले अमर प्रधवानी का गोसाईपुर गांव में टाटा मार्का ईंट भट्ठा वर्ष 1997 से है। ईंटों को पकाने में इस्तेमाल हुए कोयले को बिनने के लिए महिलाएं वहां जाती हैं। गुरुवार की शाम को भगतूपुर गांव की व भट्ठे पर काम करने वाली महिलाएं चिमनी से सटाकर पकाने के लिए रखी ईंट के पास बैठकर भट्ठे से कोयला बीन रही थीं।
इसी दौरान, ईंट पकाने के लिए बनी दीवार उन पर गिर पड़ी। चार महिलाएं भगतूपुर की लालमनी देवी, माला देवी, भट्ठे पर ईंट पथाई करने वाली भदोही के ज्ञानपुर की रीता देवी, बिहार की राधिका व छत्तीसगढ़ की जयंती देवी इसके नीचे दब गईं। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। ईंटों को हटाकर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश शुरू कर दी।
सूचना मिलने पर बड़ागांव थाना प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी व हरहुआ चौकी प्रभारी सचिन पटेल पुलिस के साथ पहुंच गए। लालमनी देवी (65 वर्ष) व माला देवी (45 वर्ष) की मौत हो गई थी। घायल रीता देवी व राधिका देवी व जयंती को हरहुआ के खुशहाल मेमोरियल हास्पिटल पहुंचाया।
चला तलाशी अभियान
जिलाधिकारी एस राजलिंगम, डीसीपी वरुणा व्रिकांत वीर के साथ अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। ईंटों के ढेर में अन्य लोगों के मौजूद होने की आशंका में एनडीआरएफ ने तलाशी अभियान चलाया। भट्ठा मालिक को भी बुलाया गया। अनौरा के प्रधान दीपक चौहान व भगतूपर के प्रधान प्रतिनिधि बंशराज यादव ने मृतकों के स्वजन को आर्थिक सहायता की मांग की।
डीएम ने आर्थिक मदद का आश्वासन देते हुए राजस्व विभाग को सारी प्रक्रिया के लिए निर्देशित किया। भठ्ठे के मुंशी राकेश सिंह सहयोगी अवध राम व राजेन्द्र प्रसाद को पुलिस ने पूछताछ के लिए बैठा लिया। एसडीएम पिंडरा को जांच का निर्देश दिया। देर शाम को एनडीआरएफ की टीम ने भी तलाश किया कि कोई अन्य महिला तो मलबे में नहीं है।
कोयले से जलता है कई घरों का चूल्हा
ईंट भट्ठे पर ईंट पकाने के लिए कोयले का इस्तेमाल होता है। इसमें कुछ कोयला अधजला रह जाता है। इससे ही पास की बस्ती व भट्ठे पर काम करने वाले कई परिवारों का चूल्हा जलता है। इस अधजले कोयले को बीनने के लिए महिलाएं जाती हैं। एक बार में इतना कोयला बीन लाती हैं कि दो-तीन तक तक चूल्हे पर खाना पका सकें।
घर में सिलेंडर तो है लेकिन खाली
जिन दो महिलाओं की मौत हुई उनको उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिला है लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं। बिना किसी खर्च के ईंट-भट्ठे से मिलने वाले कोयले से उनका चूल्हा जलता है। इसलिए सिलेंडर पर खर्च नहीं करते हैं। घटना में जान गंवाने वाली लालमनी के चार बेटे व माला का पति मजदूरी करते हैं। लालमनी का बेटा गुलाब पूर्व प्रधान रहा है।
बच्चियां भी जाती हैं कोयला बटोरने
पांच बीघे के बड़े क्षेत्र में मौजूद ईंट भट्ठा पर सुरक्षा का इंतजाम नहीं है। यहां कोई भी बेरोक-टोक आ-जा सकता है। जहां ईंट पकाई जाती है वहां का तापमान काफी ज्यादा होता है लेकिन वहां तक भी बाहर के लोग पहुंच जाते हैं। यहां तक कि बच्चियां भी कोयला बिनने के लिए आती हैं। घटना के दौरान भी कुछ बच्चियां भी थी लेकिन वह थोड़ी दूर थीं। जिलाधिकारी ने सुरक्षा को लेकर नाराजगी भी जताई। उन्होंने भट्ठा मालिक को सुरक्षा इंतजाम करने के लिए कहा।