Marathi Language Row: मराठियों का माल्यार्पण और पुष्पवर्षा से स्वागत, भाषा के नाम पर हिंसा का विरोध
वाराणसी में पवन एक्सप्रेस से उतरे महाराष्ट्रियन यात्रियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। पिछड़ा मोर्चा के अनूप जायसवाल ने बताया कि यह स्वागत महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के साथ हो रही हिंसा के विरोध में किया गया है। उन्होंने कहा कि भाषा के नाम पर उत्पीड़न गलत है और हमें एकता व समरसता का परिचय देना चाहिए। भारत का हर राज्य भारत का अभिन्न अंग है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के साथ की जा रही हिंसा का जवाब कैंट रेलवे स्टेशन पर लोगों ने मराठियों का पुष्पवर्षा से स्वागत कर दिया। ट्रेन से उतरते कई परिवार के लोग स्वागत के तरीके से आह्लादित हो उठे, लेकिन जब उन्हें असलियत की जानकारी हुई तो यह मानने में गुरेज नहीं किए कि भाषा के नाम उत्पीड़न अनुचित है।
पिछड़ा मोर्चा काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल एक दर्जन साथियों के साथ बुधवार को दिन में 11 बजे कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक जा पहुंचे। सभी को मुंबई से जयनगर जाने वाली 11061 ट्रेन का इंतजार था। ट्रेन दोपहर में 12.43 बजे पहुंची तो अलग-अलग कोच से उतरे महाराष्ट्रियन का स्वागत किए।
माला पहनाते हुए उनके ऊपर पुष्प वर्षा भी की। अनूप जायसवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों के साथ मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) के कार्यकर्ता हिंसा और भेदभाव का कर रहे हैं। हम यह संदेश देना चाहते हैं कि चाहे वह उत्तर प्रदेश हो, महाराष्ट्र हो, मध्य प्रदेश हो या राजस्थान, भारत का हर राज्य, भारत का अभिन्न अंग है।
इसमें रहने वाले सभी नागरिक भारतीय हैं। इसलिए हमें जाति, भाषा, प्रांत से ऊपर उठकर एकता और समरसता का परिचय देना चाहिए। संचालन क्षेत्रीय मंत्री दीपक आर्य और धन्यवाद ओम प्रकाश यादव व शंकर जायसवाल ने किया। सिद्धनाथ गौड़ अलगु, धीरेंद्र शर्मा, प्रिय कुमार माणिक, अखिल वर्मा, आदित्य गोयनका, सुजीत गुप्ता, धर्मचंद, मनीष चौरसिया, मंगलेश जायसवाल, राजेश दूबे, प्रदीप जायसवाल, गोपालजी, कन्हैया सेठ रहे।

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