श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के फैसले के खिलाफ दुकानबंदी, नोटिस चस्पा
मंगला आरती से लेकर शयन आरती तक चारों जोन की दुकानें बंद करने की घोषणा की गई, सुबह से हजार से अधिक दुकानें बंद होने से दर्शनार्थियों को काफी दुश्वारी झेलनी पड़ाी।
वाराणसी (जेएनएन) : श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में रास्ते बंद किए जाने के विरोध में शुक्रवार को स्थानीय व्यापारी मुखर हो उठे। दोपहर बाद बैठक कर शनिवार को पूरे परिक्षेत्र में दुकान बंदी का ऐलान कर दिया। अफसरों का ध्यान आकर्षित करते हुए इस संबंध में विभिन्न स्थानों पर नोटिस चस्पा कर दी। इसमें मंगला आरती से लेकर शयन आरती तक चारों जोन की दुकानें बंद करने की घोषणा की गई। चारों जोन में विभिन्न सामान बिक्री की लगभग एक हजार दुकानें हैं। सुबह से दुकानें बंद होने से दर्शनार्थियों को काफी दुश्वारी झेलनी पड़ाी।
दरअसल, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में दस दिनों से छत्ताद्वार यानी गेट नंबर चार बंद है। प्रशासन ने बुधवार देर रात सरस्वती फाटक द्वार यानी गेट नंबर दो भी बंद कर दिया। इसके पीछे भवनों का ध्वस्तीकरण कारण बताया जा रहा है। इससे क्षेत्रीय व्यापारी व स्थानीयजन सांसत में है। इसे लेकर व्यापारियों ने पीएम के आगमन से दो दिन पहले धरना प्रदर्शन भी किया था। उस समय अफसरों ने उन्हें आश्वासन देकर मना लिया था। इसमें प्रधानमंत्री के जाने के बाद रास्ता खोल देने का भरोसा दिया था। अब पीएम के जाने के दो दिन बाद छत्ताद्वार खोलने की बजाय सरस्वती फाटक गेट भी बंद कर देने से व्यापारी आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि इससे पहले भी भवनों का ध्वस्तीकरण या निर्माण होते रहे हैं लेकिन इसे रात में किया जाता था। इसे मनमानी और राजनीतिक साजिश के तहत उत्पीडऩ करार दिया है।
यलो जोन की दुकानें बंद से दर्शनार्थी परेशान
सुबह से विश्वनाथ गली के व्यापारी अपनी अपनी दुकान बंद करके विरोध प्रकट किया। बन्दी होने से बाहर से आये तीर्थयात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा। दुकान बंद होने से दर्शनार्थियों को मोबाइल और बैग रखने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। विश्वनाथ गली के आस पास के चारों तरफ जैसे कोतवालपुरा, साक्षि विनायक, ढुंडीराज, अपारनाथ गली, सरस्वती फाटक तक बंद है।