Varanasi Jal Nigam : विभागीय वर्चस्व में जल जीवन मिशन पर संकट, शासन तक हो रही शिकायत
जेएनएनयूआरएम पेयजल योजनाओं को लेकर पहले ही जल निगम पर सवाल उठने लगे थे अब जल जीवन मिशन को लेकर भी विभाग एक बारगी कटघरे में खड़ा हो गया है। अब तक की पेशबंदी में विभागीय वर्चस्व की लड़ाई उभर कर सामने आई है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जेएनएनयूआरएम पेयजल योजनाओं को लेकर पहले ही जल निगम पर सवाल उठने लगे थे, अब जल जीवन मिशन को लेकर भी विभाग एक बारगी कटघरे में खड़ा हो गया है। अब तक की पेशबंदी में विभागीय वर्चस्व की लड़ाई उभर कर सामने आई है। इसमें जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित कार्य पर संकट छा गया है।
वर्चस्व के चलते दोनों खेमा शासन स्तर तक भिड़ा हुआ है। दोनों ओर से पत्राचार जोरों पर हो रहा है। इसमें एक नई कड़ी भी जुड़ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा गया है। उन्होंने, मीडिया में आ रही खबरों को आधार बनाते हुए मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि जल जीवन मिशन के तहत प्रस्ताव बना है। इसमें 64 गांवों के 22 हजार रहनवारों के घरों में पेयजल कनेक्शन के साथ ही अन्य कार्य करना है। कार्य को श्रेणीबद्ध करते हुए निविदा आमंत्रित की गई है। इसमें दोनों खेमे के ठीकेदार शामिल हुए हैं। इसमें जहां एक खेमा राजनीतिक दल से जुड़ा है तो दूसरा एक विभागीय अफसर से।
एक-दूसरे की खामियों को उजागर करते हुए मीडिया में प्रकाशित कराने का कार्य हो रहा है। खास यह कि जिस विभागीय अफसर की ओर से खेल खेला जा रहा है उन पर अनियमितता के आरोप में कार्रवाई भी हुई है। लंबे समय से बनारस में तैनाती होने के बाद भी स्थानीय कार्यक्षेत्र को छोडऩे का मोह त्याग नहीं पा रहे हैं। यही वजह है कि मामले को लेकर पेच-दर-पेच फंसाया जा रहा है। खेमेबाजी में जुटे विभागीय अफसर स्थानीय कार्यालय में अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत हैं।