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50 हजार व्यावसायिक भवन को बना दिया आवासीय

वाराणसी में नगर निगम में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहरी है उसे खत्म करना नगर आयुक्त के बस की बात नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 05:43 PM (IST)Updated: Thu, 24 May 2018 05:43 PM (IST)
50 हजार व्यावसायिक भवन को बना दिया आवासीय
50 हजार व्यावसायिक भवन को बना दिया आवासीय

वाराणसी : नगर निगम में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहरी है उसे खत्म करना नगर आयुक्त के बस की बात नहीं है, यदि नगर आयुक्त खत्म करने में सफल हुए तो यह नगर निगम के लिए बहुत बड़ी बात होगी। नगर निगम के कर निरीक्षकों ने खुद के फायदे के लिए दो-चार नहीं, बल्कि शहर में 50 हजार से ज्यादा व्यावसायिक भवनों को आवासीय दिखाकर कर निर्धारण कर दिया है। इससे नगर निगम को लाखों रुपये का नुकसान पहुंच रहा है, फिर भी नगर निगम के जिम्मेदार अफसर आंखें बंद किए हुए हैं। इससे कही न कहीं उनकी संलिप्तता दर्शाती है।

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नगर निगम ने 162793 आवासीय और 23448 व्यावसायिक भवनों को मकान नंबर आवंटित किया है लेकिन शहर में ढाई लाख से अधिक मकान है, फिर भी नगर निगम नए सिरे से मकानों का सर्वे नहीं करा है। पौने दो लाख का आंकड़ा कई सालों से चल रहा है। पूर्व नगर आयुक्त वीके द्विवेदी ने एक निजी एजेंसी से सर्वे कराया था तो शहर में मकानों की संख्या दो लाख से अधिक हो गई थी लेकिन उनके स्थानांतरण होते ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया। नगर आयुक्त ने दशाश्वमेध जोनल अधिकारी से एक भवन की जांच कराई तो सच्चाई सामने आ गई, यदि सही तरीके से जांच करा दी जाए तो कई कर निरीक्षक की करतूत सामने जा जाएगी। मूल्यांकन के नाम पर होता है सौदा

कर निरीक्षक भवनों का मूल्यांकन करने जाते हैं तो निर्धारित राशि से कई गुना भवन स्वामी को बता देते हैं। ऐसे में भवन स्वामी कर कम करने की बात करता है तो कर निरीक्षक उससे सौदेबाजी करने लगते हैं। जितना कर बनता है उसके एक वर्ष की मांग करते हैं। तीन मंजिल को दिखाते हैं एक मंजिल

तीन मंजिल मकान के क्षेत्रफल के मुताबिक नगर निगम का कर बनता है। भवन स्वामी कर निरीक्षक से मिलकर तीन मंजिल भवन को एक मंजिल दिखाते हैं। बाद में जांच होने पर भवन स्वामी यह कहता है कि हाल में ही दूसरा या तीसरा मंजिल बनवाया हूं। यहां सबसे ज्यादा कर चोरी

मछोदरी, विश्वेवरगंज, पीलीकोठी, दारानगर, काल भैरव, मैदागिन, चौक, बांसफाटक, गोदौलिया, दशाश्वमेध, गिरजाघर, बेनियाबाग, लक्शा, रथयात्रा, सिगरा, भेलूपुर, कमच्छा, भेलूपुर, सोनारपुरा, लंका, अस्सी, सुंदरपुर, महमूरगंज, लहुराबीर, तेलियाबाग, चौकाघाट, कैंट, पांडेयपुर, कचहरी, पहड़िया, आशापुर, सारनाथ आदि क्षेत्रों में।


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