वाराणसी में वोट चोरी को लेकर कांग्रेसी आक्रोशित, प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किया गिरफ्तार
वाराणसी में वोट चोरी के आरोपों से नाराज़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया, जिसके बा ...और पढ़ें

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें बल पूर्वक हिरासत मे ले लिया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस के पास प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने कई युवा कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया। सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता सर्किट हाउस में एकत्रित हो गए थे। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु को सर्किट हाउस के अंदर रोकने से उनकी गिरफ्तारी की संभावना पहले से ही बढ़ गई थी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर पुलिस को चकमा देकर सर्किट हाउस पहुंचे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नजर रखी और गिरफ्तारी की तैयारी कर ली थी। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार का ध्यान बेरोजगारी, महंगाई और अन्य सामाजिक समस्याओं के साथ वोट चोरी की ओर बनारस के लोगों का ध्यान आकर्षित करना था।

उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस (पूर्वी जोन) ने रविवार को सर्किट हाउस में रविवार को जम कर प्रदर्शन किया। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु सिंंह पुलिस को चकमा देकर एयरपोर्ट से 10- 15 कार्यकर्ताओं के साथ सर्किट हाउस पहुंच गए। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई। गेट बंद करते करते लगभग 50 की संख्या में सर्किट हाउस में घुस कर प्रदर्शन करने लगे।
उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस (पूर्वी जोन) द्वारा “वोट चोर गद्दी छोड़ – SIR बंद करो – बेरोजगारी हटाओ” जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनाक्रोश मार्च एवं रैली का आयोजन किया जा रहा था। कार्यक्रम का स्थल शास्त्री घाट, कचहरी थी, जहां जनाक्रोश सभा का आयोजन प्रस्तावित था। इसके बाद रवींद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय के घेराव हेतु प्रस्थान किया जाना था। कांग्रेस की ओर से यह रैली युवाओं की आवाज को उठाने और बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करने का एक प्रयास बताया गया। युवा कांग्रेस का यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा था जिसे पुलिस ने कार्रवाई कर विफल कर दिया।

हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को गाड़ी में भरकर भेजा गया। यह कार्रवाई उस समय की गई जब प्रदर्शनकारियों ने सर्किट हाउस के अंदर घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई की निंदा की है और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे और सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

पुलिस ने सर्किट हाउस के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी थी और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए थे। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। इस दौरान, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई की और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने और सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की अपील की है।
पुलिस के अनुसार वे एसआईआर बंद करने, बेरोजगारी हटाओ और वोट चोरी के खिलाफ जनाक्रोश मार्च एवं रैली निकलना चाहते थे। कार्यक्रम स्थल शास्त्री घाट, कचहरी था और रवींद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय कार्यालय के घेराव का था। पुलिस उन्हें शहर में चल रही परीक्षा की वजह से धारा 144 लागू होने और उनके पास परमिशन नहीं होने की बात समझाती रही। इसके बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे। अंत में उन्हें हिरासत में ले कर गाड़ी में भर कर भेज दिया गया।

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